LAC पर चीन के 50,000 सैनिक और H-6 बॉम्बर, तो वहीं भारत ने उठाया जवाबी कदम, बोफोर्स कर दी तैनात

एक ओर चीन की सेना है जो लगातार सीमा पर तादाद में बढ़ती जा रही है, दूसरी तरफ चीन का झूठ है जो वो भारत से बातचीत कर पूरी दुनिया को जता रहा है ।

New Delhi, Sep 11: मॉस्को में भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच बैठक हुई, इसे चीन का नाटक ही कहेंगे कि जहां वो दुनिया को दिखा रहा है कि वो बातचीत कर मसला सुलझाने की कोशिश कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ एलएसी पर उसने अपने 50 हजार सैनिक तैनात कर दिए हैं । पैंगोंग इलाके में वो लगातार अपनी ताकत बढ़ा रहा है । चीन की इन हरकतों पर भारत की भी पैनी नजर है, भारतीय सेना ने भी जवानों को अलर्ट कर दिया है, साथ ही अब 155 मिमी की होवित्जर तोप भी तैनात करनी शुरू कर दी गई है ।

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सेना का बड़ा कदम
एलएसी पर बोफोर्स तोप की तैनाती भारतीय सेना की ओर से एक बड़ा कदम माना जा रहा है । ये फैसला इसलिए भी अहम माना जा रहा है, क्‍योंकि चीन घुसैपठ की चालबाजियां बंद करने को तैयार ही नहीं है । जानकारी के अनुसार एलएसी पर इन दिनों करीब 40 हजार भारतीय जवान तैनात हैं । वायुसेना भी पूरी तरह से मुस्तैद है और अब होवित्जर तोप भी सरहद पर भेजी जा रही हैं । कहीं ऐसा ना हो, चीन का ड्रामा उसी पर भारी पड़ जाए, और उसकी नासमझी का उसे बड़ा खामियाजा भुगतना पड़े ।

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फिंगर 4 तक पहुंची सेना
भारतीय सेना अब पैंगोंग की अहम चोटियों तक पकड़ मजबूत कर चुकी हैं, जवानों की पहुंच अब फिंगर 4 तक हो गई है । सामरिक रूप से बेहद अहम ऊंचाई वाले इलाकों पर भारतीय जवानों का दबदबा कायम हो चुका है । इस तनाव के चलते LAC पर हालात बदल गए हैं । पिछले कुछ दिनों में हिन्दुस्तानी आर्मी ने पूर्वी लद्दाख के अलग-अलग इलाकों में अपनी पकड़ मजबूत की है । चीन को सबक सिखाने की हमारी तैयारी पक्‍की है । आपको बता दें पेंगोंग लेक के उत्तरी और दक्षिणी इलाकों में चीन की बेचैनी बढ़ी हुई साफ नजर आ रही है, चीन अच्‍छे से जानता है कि यहां वो भारत से मुंह की खाएगा । क्‍योंकि इन इलाकों में ऊंचाइयों पर भारत की पकड़ मजबूत है ।

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विदेश मंत्रियों के बीच मुलाकात
वहीं सीमा पर तनातनी के बीच, चीन के साथ बातचीत का दौर भी जारी है । भारत इंटीग्रेटेड रेस्पॉस की रणनीति अपना रहा है । कह सकते हैं कि चीन जिस भाषा में समझे, उसी भाषा में उसे समझाने की पहल होगी । विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार रात चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की, मॉस्को में ये मुलाकात करीब 2 घंटे तक चली । आपको बता दें 29-30 अगस्त के बाद से चीन की ओर से लगातार घुसपैठ की कोशिशें हो रही हैं, और हर बार हिन्दुस्तान ने उसे आगाह किया है ।