ऑफिस तोड़े जाने से नाराज कंगना रनौत का अब कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी पर हमला, दनादन दागे सवाल

बीएमसी की ओर से कहा गया है कि ये अवैध निर्माण था, इसलिए तोडा गया, कोई जल्दी नहीं की गई । यहां तक की ये भी कहा गया कि अवैध निर्माण को तोड़ने वाले कर्मचारियों की अपलब्धता थी…

New Delhi, Sep 11: बुधवार को कंगना रनौत के दफ्तर पर बीएमसी की जो कार्रवाई हुई, वो अब बहुत बड़ा मुद्दा बन गई है । कंगना रनौत चुप बैठने वालों में से नहीं हैं, उन्‍होनें महाराष्ट्र सरकार को इसका जिम्‍मेदार ठहराया है । उद्धव ठाकरे पर जमकर बरस रहीं कंगना रनौत ने अब कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी को भी निशाने पर लिया है ।  वह मामले में लगातार ट्वीट कर रही हैं और अब उनके निशाने पर सोनिया गांधी हैं, उन्‍होने उनसे सीधे और तीखे सवाल पूछे हैं ।

Advertisement

वायरल हुआ कंगना रनौत का ट्वीट
कंगना रनौत ने सोनिया गांधी को ट्वीट करते हुए सवाल किया है कि एक महिला होने के नाते क्या उन्हें बुरा नहीं लगता है कि कंगना के साथ महाराष्ट्र सरकार ऐसा सुलूक कर रही है? कंगना ने पूछा – क्या आप अपनी पार्टी से नहीं कह सकतीं कि वह संविधान के सिद्धांतों को बनाए रखें जो हमें डॉक्टर आम्बेडकर ने दिए थे । कंगना का ये ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है । अब तक शिवसेना को कोस रहे लोग, कांग्रेस पर भी हमलावर हो गए हैं ।

Advertisement

कंगना ने बालासाहेब का एक वीडियो भी किया शेयर
कंगना रनौत ने बालासाहेब ठाकरे का एक वीडियो भी शेयर किया है । उन्‍होने लिखा कि- ग्रेट बाला साहेब ठाकेर मेरे सबसे पसंदीदा आइकन में से एक हैं, उनका सबसे बड़ा डर था कि किसी दिन शिवसेना गुटबन्धन करेगी और कांग्रेस @INCIndia बन जाएगी। मैं जानना चाहती हूं कि आज उनकी पार्टी की हालत को देखते हुए क्‍या भावना होगी? कंगना ने जो वीडियो शेयर किया है, उसमें बाला साहेब कह रहे हैं कि लोकतंत्र कहने में अच्‍छा लगता है, लेकिन ये गुटबाजी से ज्‍यादा कुछ नहीं है ।

Advertisement

कंगना केस में अब तक
आपको बता दें, कंगना का ऑफिस तोड़े जाने के मामले में अब अगली सुनवाई 22 सितंबर को होनी है । कोर्ट के आदेश के बाद अभी स्थिति यथावत बनी रहेगी, यानी न तो कुछ निर्माण किया जा सकेगा और न ही तोड़ा जाएगा । बीएमसी की ओर से कहा गया है कि ये अवैध निर्माण था, इसलिए तोडा गया, कोई जल्दी नहीं की गई । यहां तक की ये भी कहा गया कि अवैध निर्माण को तोड़ने वाले कर्मचारियों की अपलब्धता थी और कार्यवाही भी 24 घंटे के समय में किया जाना था, इसलिए कार्यवाही की गई, इसमें कोई गलत नहीं है । जबकि कंगना की ओर से बीएमसी की तरफ से किए गए अतिरिक्त नुकसान के मुआवजे की मांग की गई है ।