बिहार की राजनीति से बड़ी खबर, नहीं रहे पूर्व मंत्री, अस्पताल में ली आखिरी सांस!
रघुवंश प्रसाद सिंह साल 1977 से लगातार राजनीति में सक्रिय रहे, वो लालू प्रसाद यादव के करीबी और संकटमोचक माने जाते थे।
New Delhi, Sep 13 : पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह का आज निधन हो गया है, उन्होने दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली, फेफड़े में इंफेक्शन की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, अचानक तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था, उनके निधन पर पीएम मोदी समेत, लालू यादव, बिहार के सीएम नीतीश कुमार समेत कई दिग्गज नेताओं ने शोक जताया है।
3 दिन पहले राजद से इस्तीफा
3 दिन पहले ही उन्होने दिल्ली एम्स अस्पताल से लालू प्रसाद यादव को लेटर लिखकर राजद से इस्तीफा दे दिया था, रघुवंश बाबू द्वारा भेजी गई चिट्ठी पर लालू प्रसाद यादव ने ट्विटर पर लिखा था, प्रिय रघुवंश बाबू, आपके द्वारा कथित तौर पर लिखी गई एक चिट्ठी मीडिया में चलाई जा रही है, मुझे तो विश्वास ही नहीं होता, अभी मेरे और मेरे परिवार के साथ ही राजद परिवार भी आपको स्वस्थ्य होकर अपने बीच देखना चाहता है, चार दशकों में हमने हर राजनीतिक, सामाजिक और यहां तक कि पारिवारिक चीजों में मिल बैठकर विचार किया है, आप जल्द स्वस्थ्य हो, फिर बैठ के बात करें, आप कहीं नहीं जा रहे हैं, समझ लीजिए, आपका लालू प्रसाद।
लालू के संकटमोचक कहे जाते थे रघुवंश
रघुवंश प्रसाद सिंह साल 1977 से लगातार राजनीति में सक्रिय रहे, वो लालू प्रसाद यादव के करीबी और संकटमोचक माने जाते थे, पार्टी में उन्हें दूसरा लालू कहा जाता था, वो लगातार 4 बार वैशाली सीट से सांसद रहे, यूपीएस सरकार में मंत्री भी रहे, विपक्ष में रहते ही वाजपेयी सरकार को घेरने में सबसे आगे रहे।
लालू ने जताया दुख
रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने गहरा शोक जाहिर किया है, उन्होने ट्विटर पर लिखा है, प्रिय रघुवंश बाबू, ये आपने क्या किया, मैंने परसों ही आपसे कहा था कि आप कहीं नहीं जा रहे हैं, लेकिन आप इतनी दूर चले गये, निशब्द हूं, दुखी हूं, बहुत याद आएंगे।
प्रिय रघुवंश बाबू! ये आपने क्या किया?
मैनें परसों ही आपसे कहा था आप कहीं नहीं जा रहे है। लेकिन आप इतनी दूर चले गए।
नि:शब्द हूँ। दुःखी हूँ। बहुत याद आएँगे।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 13, 2020