माफिया अतीक अहमद के शूटर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, आलीशान मकान जमींदोज, धरने पर बैठे सपा नेता

प्रापर्टी डीलर अरशद और राशिद पर आरोप है कि उन्होने स्टेट लैंड की करीब दस विस्वा जमीन पर अवैध कब्जा कर बेली कछार में अवैध इमारतें खड़ी कर ली है।

New Delhi, Sep 28 : गुजरात के अहमदाबाद जेल में बंद भूमाफिया घोषित किये गये बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद तथा उनके करीबियों के किलाउ कार्रवाई का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, बाहुबली की 300 करोड़ से ज्यादा की दर्जनों अवैध तथा बेनामी संपत्तियों के खिलाफ कुर्की और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पूरी करने के बाद अब पुलिस-प्रशासन ने उनके करीबियों पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है, इसी कड़ी में बाहुबली अतीक अहमद गैंग के सदस्य और उनके शार्प शूटर कहे जाने वाले प्रापर्टी डीलर अरशद और राशिद की अवैध बिल्डिंगों पर प्रशासन ने सरकारी बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माण को जमींदोज कर दिया है।

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अवैध कब्जे का आरोप
दरअसल प्रापर्टी डीलर अरशद और राशिद पर आरोप है कि उन्होने स्टेट लैंड की करीब दस विस्वा जमीन पर अवैध कब्जा कर बेली कछार में अवैध इमारतें खड़ी कर ली है, अरशद और राशिद के साथ ही उनके भाई मोहम्मद ताहिर, मोहम्मद शाहिद और मोहम्मद जाहिद ने भी भी स्टेट लैंड को कब्जा कर आलीशान कोठियां बना रखी है, एसडीएम सदर ने स्टेट लैंड को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराने के आदेश पारित किया है।

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पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची
आदेश के अनुपालन में शनिवार को कई थानों की पुलिस तथा पीएससी के साथ सदर तहसीलदार अरविंद कुमार मिश्रा और पीडीए के जोनल अधिकारी आलोक कुमार पांडेय अवैध बिल्डिंग के ध्वस्तीकरण के लिये पहुंचे, लेकिन इन अवैध बिल्डिंगों में रह रहे किरायेदारों और अवैध निर्माण कराने वाले मकान मालिकों द्वारा इस कार्रवाई का विरोध किया गया।

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सपा नेताओं ने किया विरोध
इसके बाद सपा की पूर्व प्रदेश प्रवक्ता ऋचा सिंह, इविवि के पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष आदिल हमजा और सपा नेता मंजू पाठक ने मौके पर पहुंचकर पीडीए तथा प्रशासन की कार्रवाई का विरोध किया, नारेबाजी करते हुए ये लोग धरने पर बैठ गये, इस दौरान धरने से हटाने को लेकर पुलिस, प्रशासन और पीडीए के अधिकारियों से ऋचा सिंह की तीखी नोंक-झोंक हुई, जमकर हंगामा हुआ, हालांकि इसके बाद भी ऋचा सिंह अपने समर्थकों तथा महिलाओं के साथ धरने पर बैठ गई, फिर अधिकारियों ने महिला पुलिस बुलाकर ऋचा सिंह समेत सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया, जिसके बाद स्टेट लैंड पर हुए अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरु की गई।