‘राजद के टिकट बिक्री उद्योग के कारण हुई एक दलित नेता की हत्या’, लालू के दोनों बेटों के खिलाफ मुकदमा

अभिषेक झा ने कहा कि मृतक के परिजनों ने सीधा आरोप लगाया है कि शक्ति मलिक रानीगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे और इसके एवज में पार्टी ने उनसे पचास लाख रुपये की मांग की थी।

New Delhi, Oct 05 : पूर्णिया में पूर्व राजद नेता शक्ति मलिक हत्या मामले में पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है, तेजस्वी और तेज प्रताप के खिलाफ हत्या का केस दर्ज होने के बाद अब बिहार की सियासत में उबाल आ गया है, जदयू ने इसके लिये राजद पर जोरदार हमला बोला है।

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लिखित शिकायत
जदयू नेता अभिषेक झा ने हमला बोलते हुए कहा कि पूर्णिया में राजद के पूर्व प्रदेश सचिव शक्ति मलिक की हत्या हो जाती है, उनके परिजनों ने हत्या तथा साजिश रचने की लिखित शिकायत थाने में दर्ज कराई थी, लिखित शिकायत में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव तथा अन्य लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है।

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50 लाख रुपये की मांग
अभिषेक झा ने आगे बोलते हुए कहा कि मृतक के परिजनों ने सीधा आरोप लगाया है कि शक्ति मलिक रानीगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे और इसके एवज में पार्टी ने उनसे पचास लाख रुपये की मांग की थी। जदयू नेता ने कहा कि पूर्व राजद नेता के परिजनों का कहना है कि वो इतने पैसे नहीं दे सकते थे, इसलिये पार्टी ने उन्हें निकाल दिया, जब शक्ति मलिक निर्दलीय चुनाव लड़ना चाह रहे थे, तो उनकी हत्या करवा दी, उन्होने कहा कि पूरा बिहार जानता है कि राजद में टिकट बिक्री का उद्योग चलता है, भारी मात्रा में पैसे की उगाही होती है, लेकिन इस उद्योग की वजह से एक दलित नेता की जान चली जाएगी, ये किसी ने नहीं सोचा था।

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पिछड़ा विरोधी
जदयू नेता ने कहा कि राजद का चेहरा दलित/महादलित और पिछड़ा/अति पिछड़ा विरोधी है, हाल के दिनों में इसके कई उदाहरण बिहार की जनता के सामने है, उन्होने कहा कि महागठबंधन जिन्हें अपना सीएम उम्मीदवार बना बैठा है, उस पर चुनाव के समय इतने संगीन आरोप लगाती है, खैर बिहार की जनता महागठबंधन को आगामी चुनाव में खून के आंसू रुलाएगी।