Bihar Election- पिछले 5 साल में करीब आधी हो गई जीतन राम मांझी की संपत्ति, पत्नी के बढ गये गहने
अचल संपत्ति के नाम पर जीतन राम मांझी के पास महकार में पुश्तैनी मकान है, मांझी ने साल 2015 में इसकी कीमत 13 लाख रुपये बताई थी।
New Delhi, Oct 09 : बिहार के पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने बुधवार को गया जिले के इमामगंज विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया है, चुनावी हलफनामे के मुकाबिक मांझी की संपत्ति 5 साल में 18.61 लाख रुपये घट गई है, बता दें कि साल 2015 में चुनाव में दिये शपथ पत्र में मांझी ने अपनी चल संपत्ति 36.42 लाख रुपये बताई थी, साल 2020 में उन्होने अपनी चल संपत्ति 24.24 लाख रुपये बताई है।
अचल संपत्ति
अचल संपत्ति के नाम पर जीतन राम मांझी के पास महकार में पुश्तैनी मकान है, मांझी ने साल 2015 में इसकी कीमत 13 लाख रुपये बताई थी, फिर साल 2020 में उन्होने अपने इस मकान की कीमत 12 लाख रुपये बतायी है, पूर्व सीएम के पास एक दोनाली बंदूक और एक रायफल है, बंदूक की कीमत वही है जो पहले थे, साथ ही इन पर 21317 रुपये का बिजली बिल बकाया है, मांझी के पास जो एंबेसडर कार है, उसकी कीमत 2015 में1.25 लाख रुपये थी, जो अब 1.10 लाख रुपये हो गई है, साथ ही स्कॉर्पियो की कीमत पिछले चुनाव में 4.5 लाख रुपये थी, अब 1 लाख बढकर 5.5 लाख रुपये हो गई है।
आपराधिक केस
2015 में चुनाव के समय जीतन राम मांझी ने अपने ऊपर एक भी आपराधिक केस ना होने की जानकारी दी थी, इस बार उन्होने बताया कि उन पर 6 केस चल रहे हैं, सभी केस गया में दर्ज हैं, मांझी के हलफनामे के मुताबिक उन पर साल 2014 के लोकसभा तथा साल 2015 विधानसभा चुनाव के समय आचार संहिता उल्लंघन करने के दो मामले दर्ज हैं।
पत्नी की भी संपत्ति कम
मांझी की पत्नी शांति देवी की संपत्ति भी पिछले पांच साल में 4 लाख रुपये कम हो गई है, साल 2015 में मांझी ने हलफनामे में अपनी पत्नी की संपत्ति 12.27 लाख रुपये बताया था, जबकि इस बार उन्होने अपनी पत्नी की संपत्ति 8.14 लाख रुपये घोषित किया है, हालांकि इन पांच सालों में पत्नी के पास गहने बढ गये हैं। मांझी इमामगंज सीट से चुनावी मैदान में हैं, उनका मुकाबला पूर्व स्पीकर तथा तीन बार से विधायक उदय नारायण चौधरी से है। पिछली बार भी इस सीट से उदय नारायण चौधरी ने मांझी को मात दी थी।