शर्मनाक हार के बाद बोले कप्तान धोनी, बाकी बचे तीन मैचों में प्लान बी!
3 बार की चैंपियन टीम के कप्तान ने कहा कि खराब प्रदर्शन पर सौ बहाने किये जा सकते हैं, लेकिन सबसे अहम ये है कि हमें खुद से पूछना होगा, कि क्या हम अपनी क्षमता के अनुसार खेल सके।
New Delhi, Oct 24 : अब तक 11 में से 8 मैच गंवाकर आईपीएल 2020 की प्लेऑफ की दौड़ से लगभग बाहर हो चुकी सीएसके के कप्तान धोनी ने कहा कि अहले साल को ध्यान में रखते हुए बाकी बचे तीन मैचों में युवाओं को परखा जाएगा, मुंबई इंडियंस के बाथों 10 विकेट से मिली हार के बाद धोनी ने कहा कि इस तरह के प्रदर्शन से दुख होता है, हमें देखना होगा, कि गलती कहां हुई, ये हमारा साल नहीं था, आप भले ही 8 विकेट से हारें या 10 विकेट से, वह मायने नहीं रखता लेकिन देखना ये है कि हम टूर्नामेंट में इस समय कहां हैं और यही दुखी करता है।
कहां गलत हैं
महेन्द्र सिंह धोनी ने कहा कि हमें दूसरे मैच से ही देखना था कि हम कहां गलत हैं, अंबाती रायडू चोटिल हो गया और बाकी बल्लेबाज अपना दो सौ फीसदी नहीं दे पाये, किस्मत ने भी हमारा साथ नहीं दिया, जिन मैचों में हम पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे, वहां टॉस नहीं जीत सके, जब हम बल्लेबाजी के लिये आये, तो ओस थी।
सौ बहाने किये जा सकते हैं
तीन बार की चैंपियन टीम के कप्तान ने कहा कि खराब प्रदर्शन पर सौ बहाने किये जा सकते हैं, लेकिन सबसे अहम ये है कि हमें खुद से पूछना होगा, कि क्या हम अपनी क्षमता के अनुसार खेल सके, क्या हमने अब तक के अपने रिकॉर्ड के अनुसार खेले, नहीं हमने कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हो सके। माही ने कहा कि अगले साल के लिये तस्वीर साफ होना बहुत जरुरी है, अगले साल बहुत सारे अगर मगर होंगे, आने वाले तीन मैचों में युवा खिलाड़ियों को परखा जाएगा, अगले साल को ध्यान में रखकर देखेंगे कि कौन डेथ ओवर्स में अच्छी गेंदबाजी कर सकता है, कौन बल्लेबाजी का दबाव झेल सकता है, अगले तीन मैचों में नये चेहरों को आजमाया जाएगा।
मुंबई ने बुरी तरह से रौंदा
आपको बता दें कि बोल्ट और बुमराह की कहर बरपाती तेज गेंदबाजी के बाद इशान किशन के आक्रामक अर्धशतक की मदद से मुंबई इंडियंस ने सीएसके को 10 विकेट से हराया। टॉस से लेकर गेंदबाजी और बल्लेबाजी तक कुछ भी धोनी की टीम के पक्ष में नहीं रहा, मुंबई के तेज आक्रमण के सामने सीएसके का शीर्ष क्रम पूरी तरह से बिखर गया, धोनी नौ विकेट पर 114 रन ही बना सके, इस जीत के बाद मुंबई 10 मैचों में 14 अंकों के साथ शीर्ष पर पहुंच गई है, जबकि सीएसके 11 मैचों में सिर्फ 6 अंक के साथ आखिरी पायदान पर है।