चुनावी सभा में छलका नीतीश कुमार का दर्द, हर हाल में हटाना चाहते हैं शराब माफिया
लखीसराय में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी के खिलाफ बिहार में माहौल बनाया जा रहा है, ऐसे करने वाले असल में खुद धंधेबाज है।
New Delhi, Oct 26 : बिहार चुनाव के लिये जारी घोषणा पत्र में कांग्रेस ने जब से शराबबंजदी की समीक्षा की बात कही है, तब से ही इस पर राजनीति गरमाई हुई है, हाल ही में तेजस्वी यादव और चिराग पासवान ने सीएम नीतीश को लेकर कई बार हमले किये हैं, लोजपा अध्यक्ष चिराग ने शुक्रवार को एक चुनावी सभा में कहा कि नीतीश कुमार शराबबंदी कानून को सख्ती से क्यों लागू नहीं करवा पाये, आज ऐसे हालात बन गये हैं कि बिहारी रोजगार के अभाव में मजबूरन शराब की तस्करी कर रहे हैं, अब इसे लेकर नीतीश कुमार ने सीधा जवाब देते हुए कहा कि बिहार के शराबबंदी के फैसले से शराब माफिया और उनसे मिलीभगत रखने वाले लोग परेशान है, किसी भी हाल में उन्हें सत्ता से बेदखल करना चाहते हैं।
शराबबंदी के खिलाफ माहौल
लखीसराय में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी के खिलाफ बिहार में माहौल बनाया जा रहा है, ऐसे करने वाले असल में खुद धंधेबाज है, ये लोग ही इस कानून के खिलाफ माहौल बनाने में लगे हैं, शराब माफिया चाहते हैं कि किसी तरह उन्हें सत्ता से हटाया जाए, उन्होने कहा कि आज से 5 साल पहले और उससे पहले भी महिलाएं शराबबंदी की मांग करती थीं, हमने वादा किया था, कि शराबबंदी लागू करेंगे, सरकार में आये तो कर दिया, अब इससे बौखलाये शराब माफिया उन्हें सत्ता से हटाना चाहते हैं।
विपक्ष है हमलावर
आपको बता दें कि बिहार में शराबबंदी पर लाये गये विधेयक को सत्तापक्ष तथा विपक्ष ने सर्वसम्मति से पारित कर संवैधानिक दृष्टि से राज्य की जनता के प्रति जवाबदेही का अनूठा उदाहरण पेश किया था, पूर्ण शराबबंदी के बावजूद शराब तस्करी तथा उसके खरीद बिक्री में बेहताशा वृद्धि ने विपक्ष को सरकार पर हमला करने का अवसर दे दिया है, हालांकि अब जदयू ने इस पर पलटवार किया है।
ऐतिहासिक निर्णय
जदयू नेता राजीव रंजन ने शराबबंदी को ऐतिहासिक निर्णय बताते हुए कहा कि चिराग पासवान बहकने लगे हैं, बीजेपी सांसद रविकिशन ने कहा कि चुनाव और राजनीति का मतलब ये नहीं कि चिराग इतनी ओछी बात करें, मैं बिहार को बीस सालों से जानता हूं, बिहार शराब की वजह से बर्बाद था, नीतीश कुमार ने बिहार को बर्बादी से बाहर निकाला, चिराग को नीतीश कुमार से माफी मांगनी चाहिये।