कौन है तारकिशोर प्रसाद? डिप्टी सीएम पद के रेस में चल रहे सबसे आगे!

तारकिशोर प्रसाद मूल रुप से 1974 छात्र आंदोलन की उपज हैं, इस दौरान वो भूमिगत होकर भी आंदोलन को धार देते रहे।

New Delhi, Nov 16 : बिहार में नई सरकार गठन के बीच जो नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है, वो है तारकिशोर प्रसाद, उन्होने एक मामूली बीजेपी कार्यकर्ता से डिप्टी सीएम पद के सबसे प्रबल दावेदार कैसे बन गये हैं, ये हर कोई जानना चाहता है, कटिहार से बीजेपी विधायक तारकिशोर प्रसाद की कहानी बड़ा ही निराली है, अति साधारण तथा शांत स्वाभाव की वजह से हर दिल अजीज का तमगा हमेशा उनके साथ जुड़ा रहा है।

Advertisement

छात्र आंदोलन की उपज
तारकिशोर प्रसाद मूल रुप से 1974 छात्र आंदोलन की उपज हैं, इस दौरान वो भूमिगत होकर भी आंदोलन को धार देते रहे, फिर 1980 में एक्टिव पॉलिटिक्स में आये गये, 1976 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के रास्ते उन्होने राजनीति में शुरुआत की, 1981 से 83 तक कटिहार बीजेपी नगर महामंत्री के पद पर आसीन रहे, लगातार अपने कर्म दक्षता की वजह से 1997 में प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य भी चुने गये।

Advertisement

लगातार 4 बार विधायक
2005 से अब तक वो लगातार चार बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं, इसके साथ ही सीमांचल में बीजेपी के वो मजबूत स्तंभ रहे हैं, तारकिशोर प्रसाद के बारे में कहा जाता है, कि वो सबकी सुनते हैं, और आम हो या खास सभी से अति साधारण तरीके से बात करते हैं, इसलिये क्षेत्र के बड़े-बड़े दिग्गज तथा राजनीतिक समीकरण के उठा-पटक के बावजूद उनके राजनीतिक सेहत पर इसका असर नहीं पड़ा, और अब वो राजनीति के शिखर पुरुष बनकर डिप्टी सीएम के प्रमुख दावेदारों में हैं।

Advertisement

जश्न का माहौल
जैसे ही उनका नाम डिप्टी सीएम रेस में चलना शुरु हुआ, उनके कटिहार आवास पर जश्न का माहौल हो गया, जिला बीजेपी मीडिया प्रवक्ता ने कहा कि वो कैप्टन कूल जैसे हैं, तारकिशोर के रणनीतिकार वीरेन्द्र यादव और बबन झा कहते हैं कि तारकिशोर प्रसाद को बड़ा पद मिलना तय है, इसलिये पार्टी तो अभी शुरु हुई है, ये जश्न लंबे समय तक जारी रहेगा, बीजेपी के लोग कहते हैं कि इसी पार्टी में ऐसा संभव है, जहां मामूली आदमी को भी बड़ा पद मिल सकता है।