मामूली स्कूल टीचर से यूपी की 4 बार सीएम तक, आईएएस बनना चाहती था मायावती!
साल 2006 में कांशीराम के निधन के बाद मायावती बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनी, भारतीय समाज में ये धारणा व्याप्त है कि किसी भी महिला की पहचान उनके पति से ही होती है, मायावती ने इस कथन को आधारहीन साबित कर दिया।
New Delhi, Jan 15 : यूपी की पूर्व सीएम तथा बसपा सुप्रीमो मायावती आज अपना 65वां जन्मदिन मना रही हैं, देश के सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले प्रदेश यूपी की 4 बार सीएम रह चुकी मायावती का जन्म 15 जनवरी 1956 को दिल्ली में हुआ था, मायावती मूल रुप से गौतमबुद्ध नगर के छोटे से गांव बादलपुर की रहने वाली हैं, इनके पिता गौतमबुद्ध नगर में ही डाक विभाग में कार्यरत थे।
कहां से की पढाई
दलित तथा आर्थिक रुप से पिछड़े परिवार से संबंध होने के बावजूद इनके अभिभावकों ने अपने बच्चों की पढाई को जारी रखा, मायावती ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कालिंदी कॉलेज से कला माध्यम से ग्रेजुएशन किया, इसके अलावा उन्होने डीयू से ही विधि की परीक्षा तथा वीएमएलजी कॉलेज, गाजियाबाद (मेरठ यूनिवर्सिटी) से शिक्षा प्राप्त की।
आईएएस बनना था ख्वाब
कुछ सालों तक वो दिल्ली में जेजे कॉलोनी के एक स्कूल में शिक्षण कार्य भी करती रही, वो टीचिंग के साथ-साथ यूपीएससी की तैयारी भी कर रही थी, उनका ख्वाब आईएएस बनना था, साल 1977 में दलित नेता कांशीराम से मिलने के बाद मायावती ने पूर्णकालिक राजनीति में आने का फैसला लिया, कांशीराम की अगुवाई में वो उनकी कोर टीम का हिस्सा रही, साल 1984 में बसपा की स्थापना की गई।
पार्टी अध्यक्ष बनी
साल 2006 में कांशीराम के निधन के बाद मायावती बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनी, भारतीय समाज में ये धारणा व्याप्त है कि किसी भी महिला की पहचान उनके पति से ही होती है, मायावती ने इस कथन को आधारहीन साबित कर दिया। मायावती की जीवनी के मुताबिक जब कांशीराम उनसे मिले थे, तो वो यूपीएससी की तैयारी कर रही थी, तो कांशीराम ने उनसे कहा था कि तुम इतनी बड़ी नेता बन सकती हो, कि तुम्हारे आदेश के लिये एक नहीं बल्कि आईएएस अधिकारियों की पूरी लाइन लगेगी।