कोरोना वैक्‍सीन पर परेशान करने वाली खबर, टीका लगने के बाद 23 की मौत

दावा किया गया है कि यहां वैक्सीन लगाए जाने के बाद 23 लोगों की मौत हो गई, इन मौतों पर फाइज़र Pfizer ने बयान में कहा अब तक की घटनाओं की संख्या खतरनाक नहीं है ।

New Delhi, Jan 16: दुनिया भर के कई देशों ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के उपायों के बीच वैक्‍सीनेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है । भारत में भी आज से कोरोना के वैक्‍सीन लगने शुरू हो रहे हैं, इस बीच टीकाकरण को लेकर नॉर्वे ने दावा किया है कि वैक्सीन लगाए जाने के बाद उनके यहां 23 लोगों की मौत हो गई है । पूरी दुनिया इन मौतों की खबर से सकते में आ गई है । आखिर वैक्‍सीन की सुरक्षा पर अब कैसे भरोसा किया जाएग ।

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अमेरिकन टीके का असर
दरअसल नॉर्वे में अमेरिका निर्मित फाइजर की वैक्सीन इस्तेमाल में लाई जा रही है । यहां, 26 दिसंबर से वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू की गई थी । देश में फिलहाल 33,000 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज मिल चुकी है, जिनमें से 23 लोगों की मौत ने दुनिया को परेशान कर दिया है । हालांकि नॉर्वे की सरकार ने कहा है कि वैक्सीनेशन के बाद मारे गए सभी लोग बुजुर्ग थे । इन सभी की उम्र 80 से ऊपर है, कई 90 साल के हैं ।

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गंभीर असर
नॉर्वे की सरकार की ओर से कहा गया है कि वैक्सीन बुजुर्ग और पहले से बीमार लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है । नॉर्वेजियन मेडिसिन एजेंसी की ओर से जानकारी दी गई है कि, 23 मौतों में से 13 की ऑटोप्सी कर दी गई है । नतीजों से पता चला है कि वैक्सीन के सामान्य दुष्प्रभाव ने भी बीमार और बुजुर्ग लोगों पर गंभीर असर किया ।

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दुनिया को चेतावनी
टीकाकरण के बाद हो रही मौतों से चिंतित नॉर्वेजियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ की ओर से कहा गया है- ‘गंभीर बीमार लोगों के लिए हल्के वैक्सीन साइड इफेक्ट्स के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। जिनकी जिन्दगी बहुत कम बची है उन पर वैक्सीन का लाभ मामूली हो सकता है।’ यहां की सरकार की ओर से कहा गया है कि, इसका मतलब ये बिलकुल नहीं है कि युवा और स्वस्थ लोगों को टीका लगवाने से बचना चाहिए ।  लेकिन देशों को इस पर गंभीर नजर रखनी होगी । वहीं समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग के अनुसार कंपनी Pfizer ने एक बयान में कहा है – ‘Pfizer और BioNTech नॉर्वे में मौतों की जांच के लिए नॉर्वे के एजेंसी के साथ काम कर रहे हैं,  एजेंसी ने पाया कि अब तक की घटनाओं की संख्या खतरनाक नहीं है।’