हाल ही में NDTV की नौकरी छोड़ने वाली एंकर निधि राजदान फर्जीवाड़े की शिकार, खुद सुनाई आपबीती!

पूर्व एंकर ने लिखा, मुझे हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से एसोसिएट प्रोफेसर के रुप में जुड़ने का ऑफर लेटर भी नहीं मिला था, अपराधियों ने जालसाजी से मेरे पर्सनल डाटा और कम्युनिकेशन तक पहुंच बना ली।

New Delhi, Jan 16 : एनडीटीवी की पूर्व एंकर निधि राजदान बड़े फर्जीवाड़े का शिकार हो गई है, निधि ने खुद ट्वीट करके बताया है कि उनका हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी में एसोसिएट प्रोफेसर बनने का ऑफर फर्जी निकला है, निधि ने ट्वीट करते हुए लिखा, मैं बहुत सीरियस फिशिंग अटैक का शिकार हो गई हूं, निधि ने ट्विटर पर अपना एक स्टेटमेंट शेयर किया है, जिसमें लिखा है, एनडीटीवी के साथ 21 साल काम करने के बाद जून 2020 में मैंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पत्रकारिता के एसोसिएट प्रोफेसर के रुप में जुड़ने का फैसला लिया।

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ज्वाइन करने को कहा गया
निधि राजदान ने आगे लिखा, मुझसे सितंबर 2020 में ज्वाइन करने के लिये कहा गया था, और मैं उसकी तैयारी में भी जुटी थी, इसके बाद मुझे बताया गया कि कोरोना संक्रमण के कारण मेरी क्लास जनवरी 2021 से शुरु होगी, इसके बाद मैंने पाया कि प्रक्रिया में कई तरीके की प्रशासनिक विसंगतियां है, शुरुआत में मैंने उन्हें नजरअंदाज किया, लेकिन फिर मैंने स्पष्टता के लिये हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की सीनियर अथॉरिटी से संपर्क किया, यूनिवर्सिटी से बातचीत के बाद मैंने पाया कि मैं सुनियोजित फिशिंग अटैक का शिकार हो गई हूं।

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ऑफर लेटर
पूर्व एंकर ने लिखा, मुझे हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से एसोसिएट प्रोफेसर के रुप में जुड़ने का ऑफर लेटर भी नहीं मिला था, अपराधियों ने जालसाजी से मेरे पर्सनल डाटा और कम्युनिकेशन तक पहुंच बना ली, उनकी पहुंच मेरे ईमेल तथा सोशल मीडिया हैंडल तक हो गई, मैंने पुलिस के सामने शिकायत दर्ज कराई है, उन्हें सभी जरुरी सबूत भी दिये हैं, मैंने इस मामले में उनसे तुरंत कार्रवाई का भी अनुरोध किया है, इसके अलावा मैंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी अथॉरिटी को लेटर लिखकर मामले को गंभीरता से लेने के लिये कहा है।

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नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़े
आजकल ऑनलाइन नौकरी फर्जीवाड़े के तमाम केस सामने आ रहे हैं, ज्यादातर जालसाजों के लिये ऑनलाइन जॉब पोर्टल फर्जीवाड़े का सबसे बढिया जरिया होता है, जिसमें जॉब रिक्रूटमेंट साइट से नौकरी ढूंढ रहे लोगों की प्रोफाइल निकाली जाती है, इसमें लोगों को मेल भेजकर चरणबद्ध तरीके से फंसाया जाता है, जालसाज लोग बैंक ट्रांसफर के जरिये रजिस्ट्रेशन की फीस जमा करने के लिये भी कहते हैं, इसके बाद ऑनलाइन या टेलीफोन पर इंटरव्यू लेकर फर्जी एंप्लॉयमेंट लेटर भी भेजा जाता है।