मैं तेजस्वी बोल रहा हूं, पटना डीएम के जवाब पर लगने लगे नारे, जानिये क्या है पूरा मामला?

तेजस्वी यादव ने पहले बिहार के मुख्य सचिव फिर डीजीपी और अंत में पटना डीएम को फोन लगाया, हालांकि डीजीपी तथा मुख्य सचिव ने तेजस्वी से बात की, लेकिन पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ये समझ नहीं पाये, कि बात किससे हो रही है।

New Delhi, Jan 21 : शिक्षक अभ्यर्थियों के आंदोलन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव उतर गये हैं, पटना के इको पार्क में जहां बड़ी संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी मौजूद थे, तेजस्वी के पहुंचते ही शिक्षक अभ्यर्थी जिंदाबाद के नारे लगाने लगे, तेजस्वी ने पहले अभ्यर्थियों की समस्या सुनी, फिर उसके बाद डीजीपी, मुख्य सचिव तथा डीएम को फोन किया, इन अधिकारियों से बात कर तेजस्वी यादव ने इन अभ्यर्थियों को गर्दनीबाग धरनास्थल पर धरना देने की इजाजत देने की मांग की।

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मांग पूरी होने तक डटे रहे
इस दौरान जब तक उनकी मांग पूरी नही हुई, तेजस्वी इको पार्क में ही डटे रहे, जैसे ही जिला प्रशासन द्वारा गर्दनीबाग धरनास्थल पर शिक्षक अभ्यर्थियों को धरना देने की अनुमति मिली, तेजस्वी इको पार्क से पैदल ही गर्दनीबाग धरनास्थल पर पहुंच गये, TEJASHWI यहां भी शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ धरने पर बैठ गये, ऐसे में वहां जिंदाबाद के नारे लगने लगे, इस दौरान तेजस्वी के निशाने पर सीएम नीतीश कुमार रहे, हालांकि छोड़ी देर धरने पर बैठने के बाद तेजस्वी वहां से निकल गये।

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अधिकारियों को फोन
तेजस्वी यादव ने पहले बिहार के मुख्य सचिव फिर डीजीपी और अंत में पटना डीएम को फोन लगाया, हालांकि डीजीपी तथा मुख्य सचिव ने तेजस्वी से बात की, Tejashwi sanjay लेकिन पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ये समझ नहीं पाये, कि बात किससे हो रही है, लेकिन जैसे ही लालू के लाल ने अपना परिचय दिया, तो डीएम ने सर कहना शुरु कर दिया, मांमले की गेंभीरता को समझते हुए शिक्षक अभ्यर्थी को गर्दनीबाग में धरना देने की अनुमति दी गई।

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लाठीचार्ज किया था
मालूम हो कि मंगलवार रात में ही गर्दनीबाग में शिक्षक बहाली की मांग कर रहे टीईटी पास अभ्यर्थियों को पुलिस ने बलपूर्वक खाली करा दिया था, जिसके बाद शिक्षक अभ्यर्थी 10 सर्कुलर रोड राबड़ी आवास पहुंच कर तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी, बुधवार रात में ही तेजस्वी ने शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज करने के सवाल पर पटना एसएसपी से बात की थी, पुलिसिया कार्रवाई को गलत बताते हुए उन्होने इसे अलोकतांत्रिक बताया था, तेजस्वी ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया था कि गिरफ्तार अभ्यर्थियों की रिहाई और केस वापस लेने के लिये वो अधिकारियों से बात करेंगे और अगर ऐसा नहीं होता है, तो तेजस्वी खुद धरनास्थल पर भी जाएंगे।