मां ने किश्तों में चुकाये थे चेतेश्वर पुजारा के पहले बैट की कीमत, अधूरी रह गई इच्छा!

चेतेश्वर पुजारा अपनी मेहनत के दम पर घरेलू क्रिकेट में मशहूर हुए, लेकिन उनकी मां बेटे को भारत के लिये खेलता नहीं देख पाई।

New Delhi, Jan 25 : टीम इंडिया के नये मिस्टर भरोसेमंद कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा आज अपना 33वां जन्मदिन मना रहे है, 25 जनवरी 1988 को राजकोट में जन्मे पुजारा भारतीय टेस्ट टीम की रीड की हड्डी कहे जाते हैं, पुजारा का करियर बताता है, कि वो कितने बड़े खिलाड़ी हैं, पुजारा 81 टेस्ट मैच में 6111 रन बना चुके हैं, इस दौरान उनका औसत 47.74 का है, उनके बल्ले से 18 शतक और 28 अर्धशतक भी निकले हैं।

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पुजारा का अहम रोल
हाल ही में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया में मिली ऐतिहासिक जीत में चेतेश्वर पुजारा का अहम योगदान रहा, पुजारा इस सीरीज में एक भी शतक नहीं लगा सके, लेकिन उन्होने 928 गेंदों का सांमना कर कंगारु गेंदबाजों को थका दिया, पुजारा ने सीरीज में तीन अर्धशतकों की मदद से 271 रन बनाये और टीम इंडिया की 2-1 से जीत हुई, पुजारा का कद इसलिये इतना बड़ा हुआ है, क्योंकि उन्होने बचपन से ही बहुत मेहनत की है, सिर्फ पुजारा ही नहीं बल्कि उनकी कामयाबी के पीछे उनकी मां का भी बड़ा हाथ रहा है, आइये आपको बताते हैं कि चेतेश्वर पुजारा की मां रीना ने उनके लिये क्या-क्या बलिदान दिया, कैसे अपने बेटे को स्टार क्रिकेटर बनाया।

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मां का बड़ा रोल
पुजारा जब छोटे थे, तो उनकी मां रीना ने सपना देखा था कि उनका बेटा एक दिन भारत के लिये क्रिकेट खेलेगा, चेतेश्वर के पिता अरविंद पुजारा ने भी बेहद कम उम्र में ही बेटे का टैलेंट पहचान लिया था, अरविंद पुजारा खुद रणजी ट्रॉफी खेल चुके हैं, पुजारा को पहला लेदर बॉल बैट उनकी मां ने गिफ्ट के तौर पर दिया था, मां ने उस समय 1500 रुपये का बैट खरीदा था, उस बैट के पैसे रीना ने किश्तों में चुकाये थे, इतना ही नहीं जब पुजारा 8 साल के थे, तो उन्हें दूसरे बैटिंग पैड्स फिट नहीं होते थे, क्योंकि उनका कद छोटा था, तो मां ने पुजारा के लिये अपने हाथों से बेटे के लिये पैड्स सिले थे।

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फर्स्ट क्लास में मशहूर
चेतेश्वर पुजारा अपनी मेहनत के दम पर घरेलू क्रिकेट में मशहूर हुए, लेकिन उनकी मां बेटे को भारत के लिये खेलता नहीं देख पाई, पुजारा के डेब्यू से पहले उनकी मां कैंसर की वजह से गुजर गई, पुजारा ने अपनी मां को खो दिया, लेकिन उन्होने उनका सपना पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, पुजारा ने 9 अक्टूबर 2010 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था।