ट्विटर पर मचे बवाल के बीच अब एक्‍टर सोनू सूद ने तोड़ी चुप्‍पी, कम शब्‍दों में लिख दी बड़ी बात

क्‍या सोनू सूद ने  सरकार और बॉलीवुड पर एक साथ तंज कसा है, उनका लेटेसअ ट्वीट फैंस के बीच चर्चा में है ।

New Delhi, Feb 05: किसान आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर बवाल मचा हुआ है । अमरीकन पॉप सिंगर रिहाना के बाद ग्रेटा थनबर्ग से लेकर मिया खलीफा औश्र इसके बाद भी कई विदेशी हस्तियों ने धड़ाधड़ ट्वीट किए । भारत के आंतरिक मामले में यूं विदेशियों का हस्‍तक्षेप भारतीयों को नागवार गुजरा, इसलिए इन ट्वीट्स की प्रतिक्रिया के रूप में कंगना रनौत से लेकर कई सेलेब्‍स और खेल जगत से खिलाडि़यों ने अपनी अपनी ओर से प्रतिक्रियाएं दीं । अब सोनू सूद ने भी चुप्‍पी तोड़ी है और सधे शब्दों में बड़ी बात कह दी है ।

Advertisement

सोनू सूद का ट्वीट
बॉलीवुड की बात करें तो ये किसान आंदोलन को लेकर दो धड़ों में बंटा हुआ नजर आ रहा है । हालांकि किसान आंदोलन के दौरान 26 जनवरी को जो कुछ हुआ, विरोध की राय उसके बाद सामने आई है । मामले में अब एक्‍टर सोनू सूद ने अपनी पोस्ट से तंज कसा है । सोनू सूद ने अपने ट्वीट में लिखा है, ”गलत को सही कहोगे तो नींद कैसे आएगी?’ अब सोशल मीडिया पर इसे लेकर चर्चा है कि सोनू सूद ने ये कटाक्ष किस पर है, ज्‍यादातर मान रहे हैं कि ये सरकार और बॉलीवुड साथियों पर है ।

Advertisement

सोशल मीडिया पर किसान आंदोलन
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध-प्रदर्शन जहां सड़कों पर अब भी जारी है, वहीं अब एक लड़ाई सोशल मीडिया पर भी लड़ी जा रही है । आम जन के साथ सेलेब्‍स भी इसमें टूट पड़े हैं, कुछ सेलिब्रिटी जहां किसानों के हक की बात कर रहे हैं तो वहीं कुछ सरकार के पक्ष में खड़े हैं ।  अक्षय कुमार, अजय देवगन, कंगना रनौत से लेकर सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और कइ दूसरे क्षेत्रों से जानी मानी हस्तियों ने मामले में अपनी राय रखी ।

Advertisement

सोनू सूद के ट्वीट पर प्रतिक्रियाएं 
एक यूजर ने सोनू सूद के ट्वीट पर कमेंट मे लिखा है कि, ”आप बिल्कुल सही कह रहे हैं”, किसी ने लिखा है, ‘’भाई खुलकर बोलो आपको कैसा डर’’? वहीं एक और यूजर ने लिखा है कि, ‘खुल के बोलो सर…डुअल टोन आपके मुंह से कतई अच्छी नहीं लगती है…. क्योंकि सही तो सही है और गलत तो गलत है, आपने हमेशी यही बात कही भी है.’ आपको बता दें कि पिछले दो महीने से ज्यादा समय से राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर किसान केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं । किसान संगठनों और सरकार के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी हैं लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकला है ।

Advertisement