ऐसी राम भक्ति, मरने से पहले दान दे गई इतने लाख के गहने, इस महिला की हो रही अब चर्चा

राम मंदिर निर्माण के लिए देश भर में फंड जुटाया जा रहा है लेकिन जोधपुर की रहने वाली एक महिला की रामभक्ति ने उसे मरने के बाद चर्चा में ला दिया है । पढ़ें पूरी खबर ।

New Delhi, Feb 16: रामभक्ति में लीन भक्‍त पूरे देश में भक्‍तों से अयोध्‍या में भव्‍य मंदिर निर्माण के लिए फंड एकत्रित कर रहे हैं । लेकिन जोधपुर से राम भक्ति का एक ऐसा किस्सा सामने आया है जो आपने शायद ही सुना होगा । जोधपुर की रहने वाली आशा की चर्चा खूब हो रही है । दरअसल आशा ने मरने से पहले अपने सारे गहने राम मंदिर के नाम कर दिए । उनकी अंतिम इच्छा यही थी कि उनकी अंत्येष्टि से पहले उनके सारे गहने राम मंदिर निर्माण में दे दिए जाएं ।

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4 फरवरी को कर दी थी कॉल
राम मंदिर के तहत जोधपुर में समर्पण निधि जुटाने वाले प्रान्त प्रचारक हेमन्त के पास 4 फरवरी को एक कॉल आई थी । कॉल विजय सिंह नाम के शख्‍स ने की थी, जिन्‍होंने कहा कि मेरी पत्नी आशा, राम मंदिर के लिये सारे गहने देना चाहती थीं । आज वो हमें छोड़ कर चली गयी हैं । इतना कहकर  विजय सिंह का गला रुंध गया और कुछ बोल नहीं पाए,  फिर रोते हुए बोले आप आएं और उसकी अंत्योष्टि से पहले उसके गहने ले जायें ।

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राम भक्ति में समर्पित
विजय सिंह ने बताया कि उसकी अंतिम इच्छा थी कि उसके सारे गहने भगवान श्री राम को दे दिए जाएं । इस कॉल से प्रान्त प्रचारक हेमन्त सन्न रह गए, फिर उन्‍होंने कहा कि आप अंत्येष्टि करवाएं, हम उनकी इच्छा पूरी करेंगे । दरअसल आशा ने 1 फरवरी को अपने पति विजय और बेटे मनोहर को अपनी अंतिम इच्‍छा बताई थी । बेटे मनोहर ने मां की अंतिम इच्छा मानते हुए कहा कि मैं पता करके बताऊंगा कि गहने कैसे दिए जा सकते हैं ।

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गहने बेचकर दान किए 7 लाख
जब परिजनों ने राम मंदिर चंदा इकठ्ठा करने के लिए काम कर रहे प्रांत प्रचारक से सम्पर्क किया तो पता चला कि नियमों के तहत गहने नहीं लिए जा सकते । जिसके बाद परिवार ने 15 तोला सोना और 23 ग्राम चांदी सुनार को बेचकर 7,08,521 रुपये प्राप्त किये और विजय ने राम नाम की लिखी कॉपियां दान में दीं।