शबनम के खूनी प्यार की पूरी कहानी, नींद की गोली खिलाई, रात को बुलाया और अब्बू को अलविदा कह दिया

शबनम अपने अब्‍बू की लाडली थी, खूब पढ़ाया था बेटी को । लेकिन क्‍या पता था वो उनके साथ पूरे खानदान का यूं काम तमाम करने पर आमादा हो जाएगी । शबनम की रूह कंपाने वाली कहानी आगे पढ़ें ।

New Delhi, Feb 18: अमरोहा के रहने वाले शिक्षक शौकत अली के परिवार में पत्नी हाशमी, बेटा अनीस, राशिद, पुत्रवधु अंजुम, बेटी शबनम व दस महीने का पोता अर्श थे । शौकत अली ने अपनी इकलौती बेटी शबनम को बड़े लाड़-प्यार से पाला था। परिवार से लउ़कर बेटी को बेहतर तालीम दिलवाई। एमए पास करने के बाद शबनम शिक्षामित्र बन गई थी, लेकिन इसी दौरान शबनम को गांव के ही आठवीं पास युवक सलीम से प्‍यार हो गया । दोनों प्यार में ऐसे डूबे कि उन्हें न घर की परवाह थी और न ही समाज की।

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अलग बिरादरी बनी अड़चन
सलीम और शबनम दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते थे, लेकिन शबनम सैफी तो सलीम पठान बिरादरी से था । इस वजह से शबनम के परिवार को यह बेमेल इश्क मंजूर नहीं था । लेकिन शबनम पर तो सलीम के प्‍यार का भूत सवार था । शबनम जब गिरफ्तार हुई तो उसने बताया कि वो अपने परिवार को नींद की गोलियां खिलाकर सलीम को घर बुलाया करती थी । जब नींद की गोली खाकर परिवार वाले बेहोश हो जाते तो वो प्रेमी से मिलती । लेकिन ऐसा रोज करना मुमकिन नहीं था ।

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खेला खूनी खेल
इस बीच शबनम प्रेग्‍नेंट हो गई । सलीम के साथ रहने का भूत उसके सिर पर सवार हो चुका था, जिसकी वजह से दोनों ने ऐसा फैसला लिया जिसने देश को हिलाकर रख दिया। 14 अप्रैल, 2008 की रात को शबनम ने प्रेमी सलीम को घर बुलाया. इससे पहले उसने परिवारीजन को खाने में नींद की गोली खिलाकर सुला दिया था, उस दिन शबनम की फुफेरी बहन राबिया भी उनके घर आई हुई थी। रात में शबनम व सलीम ने मिलकर नशे की हालत में सो रहे पिता शौकत, मां हाशमी, भाई अनीस, राशिद, भाभी अंजुम, फुफेरी बहन राबिया व दस माह के भतीजे अर्श का गला काट कर मौत की नींद सुला दिया।

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खून ही खून, परिवार रह गया था सन्‍न
घटना के बाद सलीम तो मौके से फरार हो गया, लेकिन शबनम का नाटक अभी जारी था । सुबह उसने चीख पुकार मचाई जिसे सुनकर ग्रामीण ओर परिवार के लोग इकट्ठा हुए । घर में सात सिर कटी लाशों को देखकर भौचक्के रह गए, शबनम ने कहानी रची कि घर में घुसे बदमाशों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया था । लेकिन पूरे मामले में शक की सुई उस पर ही थी । वारदात के चौथे दिन पुलिस ने शबनम व सलीम को हिरासत में ले लिया, जिसके बाद दोनों ने सब कुछ कबूल भी कर लिया । शबनम ने अपने बेटे को जेल में ही जन्‍मा है जिसकी देखरेख उसका दोस्‍त कर रहा है । शबनम की दया याचिका खारिज कर दी गई है जिसके बाद अब उसके डेथ वारंट का इंतजार है ।