पुद्दुचेरी फ्लोर टेस्ट- नारायणसामी की सरकार बचेगी या लगेगा राष्ट्रपति शासन? ये हैं 4 विकल्प!

ऐसा लग रहा है कि पुद्दुचेरी में खड़ा हुआ राजनीतिक संकट दो राष्ट्रीय पार्टियों के बीच लड़ाई का नतीजा है।

New Delhi, Feb 22 : केन्द्र शासित प्रदेश पुद्दुचेरी में आज सीएम वी नारायणसामी के लिये असली परीक्षा की घड़ी है, एलजी टी सुंदरराजन ने आज शाम 5 बजे तक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया है, ताजा राजनीतिक समीकरण और विधानसभा के गणित इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि नारायणसामी के लिये सरकार बचाना आसान नहीं होगा, 4 विधायकों के इस्तीफे के बाद नारायणसामी की अगुवाई वाली सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।

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संकट के बादल
ऐसा लग रहा है कि पुद्दुचेरी में खड़ा हुआ राजनीतिक संकट दो राष्ट्रीय पार्टियों के बीच लड़ाई का नतीजा है, सीएम वी नारायणसामी ने 18 फरवरी को आरोप लगाया था, कि बीजेपी लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है, आखिर क्या है पुद्दुचेरी का राजनीतिक गणित, क्या कहते हैं आंकड़े और क्या हैं वो 4 विकल्प, जिसकी संभावना बनती दिख रही है, आइये इसे समझने की कोशिश करते हैं।

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गिर जाएगी सरकार
रविवार देर शाम कुछ और विधायकों के इस्तीफे के बाद मौजूदा सरकार की हालत बेहद खराब हो गई है, ऐसा लग रहा है कि फ्लोर टेस्ट में वी नारायणसामी की सरकार गिर जाएगी, वैसे विधानसभा में कुल 33 सदस्य हैं, लेकिन कांग्रेस के कई विधायकों के इस्तीफे के बाद अब विधानसभा कुल संख्या घटकर 26 पर आ गई है, ताजा आंकड़ों के अनुसार कांग्रेस और डीएमके के पास कुल 12 विधायक हैं, जिसमें उन्हें एक निर्दलीय का भी समर्थन हासिल है, जबकि विपक्षी गठबंधन के पास कुल 14 विधायक हैं।
दूसरा विकल्प- स्पीकर कुछ विधायकों को कर सकते हैं डिसक्वालीफाई
पुद्दुचेरी में कांग्रेस लगातार विधायकों के खरीद-फरोख्त के आरोप लगा रही है, कांग्रेस के कई बड़े नेताओं का कहना है कि बीजेपी उनकी सरकार को गिराने के लिये षडयंत्र रच रही है, ऐसे में स्पीकर कुछ विधायकों को डिसक्वालीफाई कर सकते हैं, अगर ऐसा हुआ तो विधायकों की कुल संख्या और घट सकती है, ऐसे में नारायणसामी की सरकार बच सकती है।

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तीसरा विकल्प – विपक्ष के विधायकों पर कांग्रेस की नजर
पुद्दुचेरी में इस समय कई तरह की हलचल है, कहा जा रहा है कि सीएम वी नारायणसामी विपक्ष के कुछ विधायकों को अपने पाले में ला सकते हैं, कांग्रेस की नजर एआईएडीएमके के 4 विधायकों पर है, कई पुराने दिग्गज नेता ये दावा कर रहे हैं, कि इन विधायकों से फिलहाल बातचीत चल रही है, अगर डील हुई, तो हो सकता है कि ये 4 विधायक फ्लोर टेस्ट के दौरान ना रहें, ऐसे में वोटिंग के दौरान विधानसभा की ताकत 26 सदस्यों से और नीचे आ सकती है, ऐसे में सरकार बच सकती है।
चौथा विकल्प- राष्ट्रपति शासन
पुद्दुचेरी में राष्ट्रपति शासन की संभावनाओं को भी नकारा नहीं जा सकता है, ये भी एक विकल्प है, लेफ्टिनेंट गवर्नर टी सुंदरराजन तमिलनाडु में बीजेपी की अध्यक्ष रह चुकी हैं, सूत्रों का दावा है कि अगर बीजेपी को लगेगा कि उनके पक्ष में चीजें नहीं जा रही है, तो फिर राष्ट्रपति शासन भी लगाया जा सकता है, लेफ्टिनेंट गवर्नर कानून व्यवस्था का हवाला देकर राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर सकती है।