ममता दीदी से छिटक सकता है मुस्लिम वोटर, बंगाल के बड़े मुस्लिम नेता का खुला ऐलान!

सीएम ममता बनर्जी पिछले काफी समय से बंगाल के अल्पसंख्यक वोटरों को अपनी ओर करने का लगातार कोशिश करती रही हैं।

New Delhi, Feb 26 : पश्चिम बंगाल में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, नये-नये ऐलान और समीकरण बन रहे हैं, बंगाल में मुसलमानों के बड़े नेता तथा फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने बड़ा ऐलान किया है, उन्होने अपने समर्थकों, मानने वालों और कार्यकर्ताओं से कहा है कि वो एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी का समर्थन करें, उनके कार्यक्रमों, रैली और सम्मेलनों में शामिल हों, 25 फरवरी गुरुवार को ओवैसी की पहली राजनीतिक रैली बंगाल के अल्पसंख्यकत बहुल क्षेत्र मटियाबुर्ज में होने वाला था।

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संगठन का ऐलान
मौलवी अब्बास सिद्दीकी ने हाल ही में इंडियन सेकुलर फ्रंट नाम से एक संगठन का ऐलान किया है, सिद्दीकी बंगाल की तीन हजार मस्जिदों के क्षेत्र पर अपना असर रखते हैं, Mamata Owaisi ऐसे में ओवैसी और सिद्दीकी का गठबंधन दूसरे राजनीतिक दलों के लिये चिंता का विषय बना हुआ है, इस गठबंधन से सबसे ज्यादा नुकसान बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को होगा, दूसरे राजनीतिक दल भी अल्पसंख्यक वोटरों के वोटों को अपनी ओर खींचने की कोशिश में लगे हुए हैं।

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ममता का दांव
सीएम ममता बनर्जी पिछले काफी समय से बंगाल के अल्पसंख्यक वोटरों को अपनी ओर करने का लगातार कोशिश करती रही हैं, लेकिन ऐन चुनाव से पहले फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी का एआईएमआईएम नेता ओवैसी के समर्थन के ऐलान से दीदी का हाथ से मुसलमान वोटर छिटक जाने की संभावना बढ गई है, उनकी पार्टी टीएमसी पहली ही अपने नेताओं के दूसरे दलों में जाने से परेशान है, इससे पार्टी के लिये सत्ता बचाये रखना कठिन डगर लग रहा है।

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पीरजादा ने क्या कहा
फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने कहा हिंदुस्तान में सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है, ओवैसी को भी है, वो इंसान की खिदमत करते हैं, ओवैसी साहब पिछली मीटिंग में साथ चलने को कहा था, asaduddin owaisi हमारे लोगों ने हमसे पूछा तो हमने कहा, कि बिल्कुल साहब के साथ जाइये, उनकी सभा में शामिल होइये। इससे पहले उम्मीद लगाई जा रही थी कि बीजेपी को दूर रखने के लिये पीरजादा अब्बास सिद्दीकी कांग्रेस और लेफ्ट को समर्थन कर सकते हैं, लेकिन ओवैसी को खुला समर्थन के ऐलान से कांग्रेस और लेफ्ट की उम्मीदें टूट गई है, इस ताजे समीकरण से बीजेपी को फायदा मिलने की उम्मीद है।