कौन तैयार करता है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भाषण?, PMO ने दिया जवाब!

सूचना अधिकार कानून के तहत पीएमओ से इस बारे में जानकारी मांगी गई है, आइये आपको बताते हैं कि पीएम की स्पीच को लेकर प्रधानमंत्री के ऑफिस ने क्या जवाब दिया है।

New Delhi, Mar 03 : पीएम नरेन्द्र मोदी अपने दमदार और दिलचस्प भाषण के लिये जाने जाते हैं, मन की बात हो, या फिर कोई दूसरा कार्यक्रम, पीएम करीब हर दिन भाषण जरुर देते हैं, बीजेपी की रैलियों और जनसभाओं में उन्हें सुनने के लिये भीड़ उमड़ पड़ती है, अपनी स्पीच में मोदी जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करते हैं, और अनोखे अंदाज में विपक्षी पर तंज कसते हैं, इन बातों से मन में सवाल उठता है, कि आखिर पीएम मोदी का भाषण कौन लिखता है, क्या मोदी खुद इसे लिखते हैं, या कोई और तैयार करता है, भाषण लिखने वाली टीम में कौन लोग हैं, इन्हें कितने पैसे मिलते हैँ।

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मांगा गया जवाब
सूचना अधिकार कानून के तहत पीएमओ से इस बारे में जानकारी मांगी गई है, आइये आपको बताते हैं कि पीएम की स्पीच को लेकर प्रधानमंत्री के ऑफिस ने क्या जवाब दिया है। दरअसल इंडिया टुडे के मुताबिक पीएम मोदी के भाषणों के बारे में जानकारी के लिये पीएमओ में आरटीआई के तहत अर्जी दायर की गई थी, Modi Shah जिसके जवाब में पीएमओ ने बताया कि पीएम अपने भाषण को अंतिम रुप खुद देते हैं, जिस तरह का इवेंट होता है, उसके मुताबिक ही मोदी को अलग-अलग व्यक्तियों, अधिकारियों, विभागों, संगठनों वगैरह से जानकारियां दी जाती है, इन जानकारियों के आधार पर अंतिम रुप से भाषण खुद पीएम मोदी तैयार करते हैं।

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इन सवालों के जवाब नहीं
पीएमओ से ये भी पूछा गया था कि क्या प्रधानमंत्री के भाषण लिखने के लिये कोई टीम है, अगर हां, तो इसमें कितने सदस्य हैं, इनको कितना पेमेंट किया जाता है, narender modi हालांकि पीएमओ ने इस सवालों के जवाब नहीं दिये हैं, उन्होने दो टूक शब्दों में बाकी बातें बताई है।

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बातों से लोगों को जोड़ने में माहिर
मोदी की सबसे बड़ी और असाधारणइ बात उनकी वाक पटुता है, वो अपनी इस कला से लोगों को मंत्रमुग्ध करना जानते हैं, विकास तथा अन्य मुद्दों पर वो जितनी स्पष्टता और प्रभावी तरीके से अपनी बात रखते हैं, बिना किसी तैयारी के उनका भाषण भी लोगों को प्रभावित करने की क्षमता रखता है, वो अन्य नेताओं की तरह लिखा हुआ भाषण नहीं पढते हैं, उनकी खासियत है कि वो अपनी वाक शैली से किसी भी तरह के श्रोता वर्ग से अपना संबंध बना लेते हैं।