दीदी को आई गंभीर चोट, बुखार के साथ सीने में भी दर्द, BJP बोली नाटक, वहीं चश्‍मदीदों ने बताया सच

ममता बनर्जी पर बीती रात हुए हमले का सच अब कुछ चश्‍मदीदों ने सामने ला दिया है, बीजेपी इसे टीएमसी का नाटक बता रही है ।

New Delhi, Mar 11: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमले के मामले में जांच शुरू हो गई है । स्थानीय चश्मदीदों के बयान भी सामने आए हैं । पहले आपको बता दें कि ममता बनर्जी, कोलकाता के SSKM अस्पताल में भर्ती हैं । उनकी एक्सरे और ECG जांच की रिपोर्ट आ गई हैं । डॉक्टरों ने रिपोर्ट देखकर बताया कि ममता के पैर की हड्डी नहीं टूटी है, लेकिन उनके पैर में सॉफ्ट टीश्यू डैमेज है । दीदी को बुखार और सीने में दर्द की भी शिकायत है । फिलहाल उनका टेम्परेरी प्लास्टर भी किया गया है, अगले 48 घंटे ममता बनर्जी डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगी ।

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चश्‍मदीदों के बयान
अब आपको बता दें इस घटना के चश्‍मदीदों से जब मीडिया ने बात की तो क्‍या सामने आया है । समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए घटना के चश्मदीदों ने कहा कि ममता पर कोई हमला नहीं हुआ है । एएनआई से बातचीत में चश्मदीद युवा छात्र सुमन मैती ने कहा, “मुख्यमंत्री जब यहां आईं तो पब्लिक ने उन्हें घेर लिया. उसी समय उनकी गर्दन और पैर में चोट आई. उन्हें किसी धक्का नहीं दिया, उनकी कार चल रही थी.” वहीं नंदीग्राम के बिरूलिया में मौके पर उपस्थित रहे एक दूसरे चश्मदीद चितरंजन दास ने कहा, “मैं वहीं था, मुख्यमंत्री अपनी कार में बैठी थीं, लेकिन दरवाजा खुला था. दरवाजा एक पोस्टर से टकराने पर बंद कर दिया गया. किसी ने धक्का नहीं दिया. कोई दरवाजे के पास नहीं था.”

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दीदी ने कहा- धक्का दिया
आपको बता दें कि ममता बनर्जी ने बुधवार को आरोप लगाया था कि नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान ‘‘चार-पांच लोगों’’ ने उन्‍हें धक्का दिया, जिसकी वजह से उनके एक पैर में चोट लग गई । ये घटना शाम सवा छह बजे की है, तब  बनर्जी रियापारा इलाके में एक मंदिर में प्रार्थना के बाद बिरूलिया जाने वाली थीं । दीदी ने बताया कि- ‘‘मैं अपनी कार के बाहर खड़ी थी, जिसका दरवाजा खुला था. मैं वहां से मंदिर में प्रार्थना कर रही थी. कुछ लोग मेरी कार के पास आए और दरवाजे को धक्का दिया. कार का दरवाजा मेरे पैर में लग गया.’’

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बीजेपी का आरोप
आपको बता दें नंदीग्राम निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी ने शुभेंदु अधिकारी को मुकाबले में उतारा है, अधिकारी पहले तृणमूल कांग्रेस में थे और ममता के बेहद करीबी । इस हमले को लेकर भाजपा ने आरोप लगाया कि सीएम साहिबा ने ‘सामान्य घटना’ को ‘सुनियोजित साजिश’ बताने का प्रयास किया है । इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की गई है । बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, ‘‘ऐसा हो सकता है कि वह दुर्घटना की शिकार हुई हों, लेकिन यह दावा कि उनको साजिशन धक्का दिया गया, यह स्वीकार्य नहीं है. उनके साथ हर वक्त कई सारे सुरक्षाकर्मी रहते हैं। सहानुभूति हासिल करने के लिए इस तरह के हथकंडे काम नहीं आएंगे. मुझे लगता है कि मामले की सीबीआई से जांच करानी चाहिए।’’ वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने भीभी कहा कि सहानुभूति हासिल करने की इस तरह की तरकीब इस बार काम नहीं आएगी। उन्होंने कहा, ‘‘बनर्जी राज्य की पुलिस मंत्री हैं और अगर वह सुरक्षित नहीं हैं तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।’’