विजय हजारे ट्रॉफी- पृथ्वी शॉ ने बतौर कप्तान जड़ा लगातार तीसरा शतक, ठोंका टीम इंडिया में दावा!
मुंबई की कप्तानी कर रहे पृथ्वी शॉ ने पुद्दुचेरी के खिलाफ ग्रुप चरण मुकाबले में नाबाद 227 रन की पारी खेली थी, जो टूर्नामेंट के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर है।
New Delhi, Mar 11 : विजय हजारे ट्रॉफी वनडे चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में मुंबई के कप्तान पृथ्वी शॉ के कर्नाटक के खिलाफ 79 गेंदों में ताबड़तोड़ शतक पूरा किया, इस टूर्नामेंट में पृथ्वी का ये चौथा शतक है, उन्होने अपनी शतकीय पारी में 12 चौके और तीन छक्के लगाये, पृथ्वी की इस पारी से इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज के लिये वनडे टीम इंडिया में अपना दावा ठोंक दिया है, पृथ्वी इस सीजन में अब तक 700 से ज्यादा रन बना चुके हैं।
शुरुआत अच्छी नहीं
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई की शुरुआत अच्छी नहीं रही, सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल सिर्फ 6 रन बनाकर प्रसिद्ध कृष्णा की गेंद पर आउट हो गये, शुरुआत में संभल कर खेल रहे पृथ्वी ने दूसरे विकेट के लिये आदित्य तारे के साथ 71 रनों की साझेदारी की, जिसमें आदित्य का योगदान सिर्फ 16 रनों का रहा, खबर लिखे जाने तक मुंबई की टीम ने 27 ओवर में 153 रन 2 विकेट के नुकसान पर बना लिये हैं।
दोहरा शतक
आपको बता दें कि मुंबई की कप्तानी कर रहे पृथ्वी शॉ ने पुद्दुचेरी के खिलाफ ग्रुप चरण मुकाबले में नाबाद 227 रन की पारी खेली थी, जो टूर्नामेंट के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर है, मंगलवार को शॉ ने लक्ष्य का पीछा करते हुए किसी भारतीय द्वारा लिस्ट ए मैच में सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड बनाया।
कई दिग्गजों को छोड़ा पीछे
जब उन्होने सौराष्ट्र के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में नाबाद 185 रन की पारी खेली, पृथ्वी ने इस दौरान धोनी और विराट कोहली जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ा, पृथ्वी ने तीन मैचों में मुंबई की कमान संभाली है और तीनों में शतक जमाया है।