नंदीग्राम: ममता और BJP का खेल बिगाड़ने आई ये लड़की, जानें कौन है जो नौकरी छोड़कर लड़ रही चुनाव

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम सीट पर इस बार महासंग्राम की तैयारी है, एक और ममता बनर्जी और बीजेपी के हो चुके शुभेंदु अधिकारी हैं तो वहीं इन्‍हें टक्‍कर दे रही है एक लड़की । जानें …

New Delhi, Mar 12: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव का मुकाबला दिलचस्प होता जा रहा है । सत्‍तासीन ममता बनर्जी को भी आभास हो गया है कि इस बार बीजेपी के सामने उनकी राह आसान नहीं, इसीलिए दीदी की पार्टी साम दाम दंड भेद लगाने में बीजेपी से कहीं पीछे नहीं । वहीं बात बीजेपी की करें तो मानों पूरी पार्टी इस समय बंगाल पर ही ध्‍यान केन्द्रित कर बैठी है, शीर्ष नेताओं से लेकर केंद्रीय मंत्रियों को बंगाल में उतारकर भाजपा ने मुकाबले को कांटे का बना दिया है। लेकिन इस बार जिस सीट की सबसे ज्‍यादा चर्चा है वो है नंदीग्राम, ममता बनर्जी यहां से उम्‍मीदवार हैं तो वहीं बीजेपी ने यहां से उन्‍हीं के करीबी रहे शुभेंदु अधिकारी को उतारा है । लेकिन टीएमसी और बीजेपी का खेल बिगाड़ने के लिए माकपा से मीनाक्षी मुखर्जी चुनाव मैदान में हैं । जानें दिग्‍गजों को टक्‍कर देने वाली ये लड़की आखिर कौन हैं ।

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डीवीएफआई की अध्यक्ष हैं मीनाक्षी मुखर्जी
नंदीग्राम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वाली मीनाक्षी मुखर्जी मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से है, वो माकपा के युवा संगठन डीवीएफआइ की अध्यक्ष हैं। मीनक्षी नाम की ये लड़की इलाके में सुर्खियों में है, वह एक छोटे से गांव चलबलपुर की रहने वाली है। बचपन से अपने पिता को राजनीति में देखा है, लोकल लोगों के साथ काम करते हुए वो धीरे-धीरे जिला स्तर फिर राज्य स्तर पर नेतृत्‍व को तैयार हैं । खास बात ये कि मीनाक्षी ने राजनीति में आने के लिए कुल्टी कॉलेज से अपनी नौकरी छोड़ दी है ।

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स्कूल और कॉलेज की है पढ़ाई
मीनाक्षी मुखर्जी ने अपनी स्कूली पढ़ाई चलबलपुर जलधी देवी विद्यालय बेलरूई हाई स्कूल से की है । उन्‍ळोंने बी.बी कालेज आसनसोल से ग्रेजुएशन किया है। इसके साथ ही पोस्ट ग्रेजुएशन बर्दवान यूनिवर्सिटी से की है और बीएड की शिक्षा दुर्गापूर से की है।

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भाकपा का गढ़ हुआ करता था नंदीग्राम
पश्चिम बंगाल की नंदीग्राम सीट हमेशा से हॉट सीट रही है, ये सीट भाकपा का गढ़ हुआ करती थी । यहां 1952 से भाकपा अपना उम्मीदवार खड़ा करती आई है। 2009 के उपचुनाव से पहले तक यहां तृणमूल का नामोंनिशान तक नहीं था, लेकिन इसके बाद से ममता की पार्टी यहां जीतती आई है । अब इस बार के चुनाव में भी ये सीट हॉट सीट बन गई है, देखना होगा कौन इस सीट पर बाजी मारता है।