दिवालिया हो चुकी इस कंपनी ने निवेशकों की कर दी चांदी, 128 दिन में 10 हजार बन गये 7.25 लाख रुपये!

दिवालिया घोषित होने के बाद ऑर्किड फॉर्मा को एनसीएलटी के रेजोल्यूशन प्लान के तहत धानुका लैब ने खरीदा था, 3 नवंबर 2020 को दोबारा इसे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट कराया गया था।

New Delhi, Mar 12 : दिवालिया हो चुकी फार्मा कंपनी ऑर्किड फार्मा लिमिटेड के स्टॉक्स में तेजी का सिलसिला लगातार जारी है, कंपनी ने पिछले चार महीने में निवेशकों को 7 हजार फीसदी से ज्यादा का मुनाफा दिया है, बुधवार 10 मार्च को शेयर में 5 फीसदी का अपर सर्किट लगा, शेयर एनएसई पर 1307.55 रुपये पर बंद हुआ, बता दें कि 3 नवंबर 2020 को ऑर्किड फार्मा को स्टॉक एक्सचेंज में रीलिस्टिंग कराया गया था।

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3 नवंबर को 18 रूपये थी कीमत
3 नवंबर 2020 को ऑर्किड फॉर्मा कंपनी के शेयर की कीमत 18 रुपये थी, जो 10 मार्च 2021 को बढकर 1,307.55 रुपये हो गया, इस तरह देखें, तो सिर्फ 128 दिनों में निवेशकों के 10 हजार रुपये का निवेश 7.25 लाख रुपये हो गया।

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स्टॉक्स में हर रोज लगा अपर सर्किट
दिवालिया घोषित होने के बाद ऑर्किड फॉर्मा को एनसीएलटी के रेजोल्यूशन प्लान के तहत धानुका लैब ने खरीदा था, 3 नवंबर 2020 को दोबारा इसे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट कराया गया था, rupee तब से अब तक कभी कंपनी के स्टॉक्स में गिरावट नहीं आई है, खास बात ये है कि अपनी रीलिस्टिंग के दिन से अब तक कंपनी के स्टॉक्स में हर रोज अपर सर्किट लगा है।

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2020 में कंपनी का रेवेन्यू
आपको बता दें कि मार्च 2020 में कंपनी का रेवेन्यू 505.45 करोड़ रुपये था और 149.84 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था, वहीं फाइनेंशियल ईयर 2020-21 की दिसंबर तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 102.63 करोड़ रुपये रहा और 45.33 करोड़ का घाटा हुआ, इसके बावजूद कंपनी के स्टॉक्स में जबरदस्त बढोतरी हुई है। ऑर्किड फॉर्मा में धनुका लैब की हिस्सेदारी 98.04 फीसदी है, इसके अलावा वित्तीय संस्थानों की हिस्सेदारी 1.19 फीसदी है, वहीं रिटेल इंवेस्टर्स के पास कंपनी के सिर्फ 0.5 फीसदी शेयर हैं।