होली पर 499 साल बाद बन रहा अद्भुत संयोग, जानें इस बार कितना खास होगा त्योहार

होली का त्योहार नजदीक ही है, और इस बार कुछ खास संयोग इसे बहुत ही खास बना रहे हैं । आगे जानें ये होली कैसे आपके लिए शुभ फल लेकर आ रही है ।

New Delhi, Mar 17: फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को हर साल पूरे उत्साह के साथ होली का त्‍योहार मनाया जाता है. । पूर्णिमा की रात पहले होलिका दहन होता है और फिर अगले दिन रंग वाली होली खेली जाती है । इस बार ये रंगों का पर्व 29 मार्च को है, 28 मार्च को होलिका दहन होगा । जानकारों के अनुसार इस बार होली का त्योहार कई वजहों से बहुत खास रहने वाला है, आगे जानें होली 2021 से जुड़ी सारी खास बातें ।

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499 साल बाद बन रहा संयोग
ज्योतिष जानकारों के अनुसार इस बार होली पर 499 साल बाद ग्रहों का अद्भुत संयोग बन रहा है । इस बार होली पर चंद्रमा कन्या राशि में रहेंगे । जबकि गुरु और न्याय के देव शनि अपनी-अपनी राशियों में विराजमान रहेंगे । जानकारों के अनुसार  ग्रहों का ऐसा महासंयोग 1521 में भी बना था । अब 499 साल बाद एक बार फिर होली पर ऐसा महासंयोग बन रहा है ।

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ये भी संयोग
इस अद्भुत संयोग के साथ ही होली इस बार दो खास संयोग लेकर आ रही है, ज्योतिष जानकारों के मुताबिक होली पर इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग भी बनेंगे । ये दोनों ही योग बेहद शुभ माने जाते हैं । यानी होली का दिन बहुत ही शुभ रहने वाला है । इस दिन कई राशि के जातकों को कुछ खुशखबरी भी मिल सकती है ।

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होली का शुभ मुहूर्त
इस वर्ष होलिका दहन रविवार, 28 मार्च को किया जाएगा । इसका मुहूर्त शाम 06 बजकर 36 मिनट से लेकर 8 बजकर 56 मिनट तक का रहेगा । होलिका दहन की कुल अवधि 02 घंटे 19 मिनट की रहेगी । पूर्णिमा तिथि 28 मार्च को सुबह करीब साढ़े तीन बजे से 29 मार्च की रात करीब सवा बारह बजे तक रहेगी।

होलाष्टक
हिंदू धर्म में होली से आठ दिन पहले से सभी शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है, इस समयावधि को होलाष्टक कहा जाता है । फाल्गुन शुक्ल अष्टमी से होलिका दहन तक होलाष्टक रहते हैं । इस बार होलिका दहन 29 मार्च को होगा, इसलिए होलाष्टक 22 मार्च से 28 मार्च तक रहने वाले हैं । होलाष्टक में शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं, लेकिन जन्म और मृत्यु से जुड़े काज किए जा सकते हैं ।