केन्द्र को बुरा लगेगा तो पद छोड़ दूंगा, किसान आंदोलन को लेकर आर-पार के मूड में अमित शाह के खासम-खास!

किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी में मुखर हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि मुझे लगता है कि मेरे बयानों से पार्टी को नुकसान की जगह फायदा होगा, क्योंकि इससे किसानों को लगेगा कि सरकार में कोई तो उनकी बात कर रहा है।

New Delhi, Mar 18 : मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने किसान आंदोलन को लेकर बड़ा बयान दिया है, मीडिया से बात करते हुए उन्होने कहा कि वो वही बात करते हैं, जो सही और उचित है, अगर केन्द्र सरकार को ऐसा लगता है कि म् उनका नुकसान कर रहा हूं, तो गवर्नर पद तुरंत छोड़ दूंगा, राज्यपाल के पद से बटने के बाद मैं अपनी बात खुलकर रखूंगा, वो बोले कि केन्द्र सरकार को किसानों से तुरंत बात करनी चाहिये, इससे सरकार को भी फायदा होगा और पार्टी को भी लाभ मिलेगा। लंबे समय तक किसानों के मुद्दे को रोके रखने से नुकसान होगा।

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क्या कहा
किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी में मुखर हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि मुझे लगता है कि मेरे बयानों से पार्टी को नुकसान की जगह फायदा होगा, क्योंकि इससे किसानों को लगेगा कि सरकार में कोई तो उनकी बात कर रहा है, इसे लेकर मैंने पीएम मोदी और गृह मंत्री से बात की है, सरकार को किसानों से बात करनी चाहिये, उन्होने कहा कि मैंने जो कुछ बोला है, वो सही बात है, वो हमारी पार्टी और हमारी सरकार के काम आने वाला है, हमारे नहीं बोलने से पूरा टर्म हमने अपने विरोधियों को दे दिया, वहीं घूम रहे हैं, वही बोल रहे हैं, उन्होने कहा कि किसानों और सरकार के बीच बातचीत से ये मामला जल्द से जल्द हल हो सकता है, कहा कि दोनों पक्षों में इसे लेकर समझदारी बन गई है, बहुत कम दूरी है, इसलिये इसे हल करना कठिन नहीं है।

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गलत रास्ता है
राज्यपाल ने कहा, मैं कल एक बड़े पत्रकार से मिला, जो प्रधानमंत्री के अच्छे दोस्त हैं, उनसे कहा कि मैंने तो कोशिश कर ली, लेकिन अब तुम उनको समझाओ, ये गलत रास्ता है, किसानों को दबाकर, अपमानित करके दिल्ली से भेजना, पहले तो ये जाएंगे नहीं, ये जाने के लिये नहीं आये हैं, दूसरा चले गये, तो तीन सौ साल भूलेंगे नहीं लिहाजा इन्हें कुछ दिया जाए। Farmers 1 आपको बता दें कि इससे पहले उन्होने एक सभा में कहा था, जब कोई जानवर मरता है, तो भी संवेदना प्रकट की जाती है, लेकिन यहां तो 250 किसान मरे हैं, जिनके लिये अभी तक किसी ने संवेदना व्यक्त नहीं की है, उन्होने कहा कि अगर किसान आंदोलन ऐसे ही चलता रहा, तो पश्चिमी यूपी, हरियाणा और राजस्थान में बीजेपी को बड़ा नुकसान होगा।

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किसानों की अपमान नहीं
सत्यपाल मलिक ने कहा इस मसले पर हालात ऐसे हैं, कि बीजेपी नेता अपने गांव से बाहर नहीं जा पा रहे हैं, क्योंकि उनका विरोध हो रहा है, पश्चिमी यूपी के जाट नेता सत्यपाल मलिक पहले भी किसानों के मसले पर खुलकर बोलते रहे हैं, वो किसान आंदोलन की शुरुआत से ही सरकार के रवैये से नाखुश हैं। उन्होने कहा था कि किसानों का अपमान नहीं किया जा सकता, केन्द्र सरकार को सलाह दी थी कि किसानों का अपमान नहीं किया जा सकता, ना ही उनहें कदम पीछें खींचने को मजबूर किया जा सकता है।