शारदा चिटफंड घोटाले पर मिथुन चक्रवर्ती ने तोड़ी चुप्पी, कहा गलत पैसा था, पता चला तो…
मिथुन चक्रवर्ती ने कहा मैंने उन पैसों से अपने बच्चों को बड़ा नहीं करुंगा, मां-बाप की सेवा नहीं करुंगा, ये गलत पैसा है, इसलिये मैंने वापस कर दिया, इसके बाद मुझे ईडी ने नहीं बल्कि कोर्ट ने क्लीन चिट दिया था।
New Delhi, Mar 28 : बॉलीवुड एक्टर मिथुन चक्रवर्ती बंगाल चुनाव 2021 से ठीक पहले बीजेपी में शामिल हुए हैं, लेकिन मिथुन दा इससे पहले ममता बनर्जी के करीबी रह चुके हैं, वो 2014 में टीएमसी की ओर से राज्यसभा सांसद भी बने थे, लेकिन जब 2015-16 में शारदा चिटफंड घोटाले में उनका नाम आया, तो उन्होने दिसंबर 2016 में राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था, मिथुन ने हाल ही में वरिष्ठ पत्रकार प्रभु चावला को बताया कि जब उन्हें पता चला कि पैसा गरीबों का है, तो उन्होने उसे लौटा दिया।
क्या कहा
हिंदी न्यूज चैनल आजतक के शो सीधी बात में प्रभु चावला ने जब शारदा घोटाला मामले में उनसे सवाल पूछा, तो उन्होने कहा कि ईडी ने मुझसे सवाल पूछा था, मैं एक चैनल में आप ही की तरह एक शो करता था, उसके पैसे का स्त्रोत गलत निकला, तो उस पर मुझसे सवाल किया गया था, कोई केस नहीं, मैंने सबकुछ दे दिया था, जब मुझे मालूम चला कि पैसा सही ढंग से नहीं आया, गरीबों का पैसा है, उनके घर बर्बाद हो गये, तो मैंने तुरंत सब पैसा दे दिया।
गलत पैसा है
मिथुन चक्रवर्ती ने कहा मैंने उन पैसों से अपने बच्चों को बड़ा नहीं करुंगा, मां-बाप की सेवा नहीं करुंगा, ये गलत पैसा है, इसलिये मैंने वापस कर दिया, इसके बाद मुझे ईडी ने नहीं बल्कि कोर्ट ने क्लीन चिट दिया था, प्रभु चावला ने उनसे कहा, मैं कह रहा हूं, कि आप तो क्लीन थे, इसलिये निकल गये, आपने पैसा भी वापस कर दिया। उनकी इस बात पर एक्टर ने कहा, निकल गये मतलब, निकल गया नहीं सर, मेरे ऊपर उन्होने कुछ थोपा नहीं था, आपको बता दें कि शारदा चिटफंड घोटाले में मिथुन पर 2 करोड़ रुपये लेने का आरोप लगा था, मिथुन शारदा ग्रुप के एक मीडिया इकाई के ब्रांड एंबेसडर थे, जब इस घोटाले में उनका नाम आया, तो उन्होने 1.19 करोड़ रुपये ईडी को लौटा दिये थे।
क्या है शारदा घोटाला
2015-16 में सामने आये इस घोटाले में शारदा समूह की 4 कंपनियों का इस्तेमाल कर तीन स्कीमों के तहत पैसे की हेर-फेर की गई, फिक्स्ड डिपॉजिट, रिकरिंग डिपॉजिट और मंथली इनकम डिपॉजिट के स्कीम के तहत हजारों निवेशकों के पैसों का घोटाला हुआ, मिथुन समेत टीएमसी के कई नेताओं और सांसदों का नाम इसमें सामने आया था।