IPL 2021- अब 90 नहीं 85 मिनट में फेंकने होंगे 20 ओवर, सुपरओवर के लिये भी नया नियम, जानिये सबकुछ!

बीसीसीआई ने सॉफ्ट सिग्नल नियम के संबंध में कहा, कि ऑन फील्ड अंपायर के संकेत का तीसरे अंपायर के फैसले पर असर नहीं पड़ेगा, मैच के दौरान अब कोई भी मैदानी अंपायर थर्ड अंपायर से मदद लेते समय सॉफ्ट सिग्नल का इशारा नहीं करेगा।

New Delhi, Apr 02 : बीसीसीआई ने आईपीएल 2021 के लिये कुछ कड़े नियम बनाये हैं, आईपीएल में सॉफ्ट सिग्नल को हटाने की खबर तो पहले ही आ चुकी थी, अब बीसीसीआई ने समय की पाबंदी को लेकर कड़ा फैसला किया है, साथ ही सुपरओवर को लेकर भी नया नियम बनाया गया है।

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नया नियम
नये नियम के अनुसार आईपीएल 2021 में अब हर टीम को 90 की जगह 85 मिनट में 20 ओवर फेंकने होंगे, ईएसपीएनक्रिकइंफो के अनुसार बीसीसीआई ने आईपीएल की सभी आठों फ्रेंचाइजी को एक ईमेल भेजा है, Delhi-Capitals_IPL (1) इसमें सभी बदलाव के बारे में बताया गया है, मैच को तय समय में पूरा करने के उद्देश्य से हर पारी के 20वें ओवर को 90 मिनट में खत्म करना होगा, इसमें 2.5 -2.5 मिनट के दो स्ट्रैटजिक टाइम आउट भी शामिल है, यानी अब 20 ओवर 85 मिनट में ही फेंकने होंगे, आईपीएल 2020 तक स्ट्रैटजिक टाइम आउट को 90 मिनट से बाहर रखा गया था, इसका मतलब है कि हर टीम को एक घंटे में औसतन 14.11 ओवर फेंकने होंगे, इसमें टाइम आउट शामिल नहीं होगा, मैच की एक पारी 90 मिनट में खत्म हो जानी चाहिये।

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चौथे अंपायर की भूमिका
अगर कोई भी टीम समय बर्बाद करती हुई पायी जाती है, तो चौथे अंपायर की भूमिका काफी अहम हो जाएगी, चौथे अंपायर की ये जिम्मेदारी होगी, कि अगर बल्लेबाजी वाली टीम जानबूझकर समय बर्बाद करे, तो वो उन्हें चेतावनी दे, चौथे अंपायर को ये अधिकार दिया गया है कि अगर बल्लेबाजी टीम के कारण गेंदबाजी करने वाली टीम तय समय में 20 ओवर ना फेंक पाए, तो बल्लेबाजी करने वाली टीम के समय में कटौती की जाए, चौथे अंपायर की जिम्मेदारी होगी, कि बल्लेबाजी करने वाली टीम का कप्तान और टीम मैनेजर टीम को इन चेतावनियों के बारे में बताए, इसके अलावा वेतन या भत्ते काटने की सजा का प्रावधान भी है।

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सॉफ्ट सिग्नल
बीसीसीआई ने सॉफ्ट सिग्नल नियम के संबंध में कहा, कि ऑन फील्ड अंपायर के संकेत का तीसरे अंपायर के फैसले पर असर नहीं पड़ेगा, मैच के दौरान अब कोई भी मैदानी अंपायर थर्ड अंपायर से मदद लेते समय सॉफ्ट सिग्नल का इशारा नहीं करेगा, ये फैसला अंपायरिंग हित में लिया गया है, इससे थर्ड अंपायर को अपना फैसला देने में किसी भी तरह की अड़चन ना आएगी, ना ही इसके कारण कोई विवाद होगा, बीसीसीआई ने शॉर्ट रन नियम में भी संशोधन किया है, अब थर्ड अंपायर शॉर्ट रन पर ऑन फील्ड अंपायर की कॉल की भी जांच कर सकता है और मूल फैसले को पलट सकता है।

एक घंटे तक ही रहेगा सुपरओवर का रोमांच
आईपीएल में 18 अक्टूबर 2020 को हमेंशा अनोखे दिन के रुप में याद किया जाएगा, उस दिन रविवार था और आईपीएल 2020 में डबल हेडर था, खास ये रहा कि दोनों मैच का फैसला सुपरओवर के जरिये हुआ, पहले मैच में केकेआर ने सनराइजर्स हैदराबाद को हराया, फिर पंजाब किंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच एक नहीं बल्कि दो सुपरओवर हुए, और किंग्स इलेवन हार गया, ये आईपीएल या अन्य किसी टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार था, कि एक मैच दूसरे सुपरओवर में चला गया था, वो मैच करीब आधी रात को खत्म हुआ था। आईपीएल ने सुपर ओवर को लेकर भी फैसला लिया है, बीसीसीआई ने सुपर ओवर के लिये एक घंटा तय कर दिया है, यानी एक घंटे के भीतर जितने सुपरओवर होंगे, उतने समय तक ही मैच खेला जाएगा, यदि तब भी कोई फैसला नहीं निकल पाता है, तो दोनों टीमों में बराबर-बराबर अंक बांट दिये जाएंगे, नये नियम के मुताबिक अगर दोनों पारियों के पूरा होने के बाद टीमों का स्कोर बराबर है, तो एक सुपरओवर खेला जाएगा, मैच रेफरी टीमों को सूचित करेगा, कि आखिरी सुपरओवर कब शुरु होगा, मैच विजेता तय करने के लिये क्या आवश्यक सुपर ओवर पूरा होना संभव नहीं होने की दशा में मैच टाई हो जाएगा।