बातचीत को तैयार नक्सली, बोले- जवान हमारे दुश्मन नहीं, कोबरा कमांडो को छोड़ने के लिए रखी शर्त
छत्तीसगढ़ में नक्सली अटैक में सुरक्षाबलों के 24 जवान शहीद हो गए, कई घायल हैं, वहीं एक जवान अब भी लापता है । नक्सलियों ने सरकार के नाम एक बयान जारी कर अपना पक्ष रखा है ।
New Delhi, Apr 07: छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों पर हुए नक्सली अटैक के बाद अब नक्सलियों की ओर से दो पेज का बयान जारी किया गया है । नक्सलियों ने बताया है कि सीआरपीएफ का कोबरा कमांडो उनके कब्जे में है। प्रतिबंधित कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) ने बयान जारी कर कहा कि 3 अप्रैल को हुए एनकाउंटर के बाद से लापता जवान उनके कब्जे में है। उनकी ओर से कहा गया है कि वो सरकार से बातचीत को तैयार है, लेकिन उनकी एक शर्त है ।
जवान का वीडियो करेंगे जारी
न्यूज एजेंसी ANI की ओर से इस बयान को ट्वीट किया गया है । एजेंसी को छत्तीसगढ़ पुलिस ने बताया कि नक्सलियों की ये चिट्ठी सही है। ANI से बातचीत में एक स्थानीय पत्रकार गणेश मिश्रा ने बताया कि नक्सलियों ने कहा है कि जल्द ही वो अगवा किए गए जवान का वीडियो जारी करेंगे और अगर सरकार ने सहयोग किया तो वो जवान को दो दिन के अंदर छोड़ भी देंगे। नक्सलियों के मुताबिक जीरागुड़ेम गाव में सैनिक अभियान को पीएलजीए ने मुंहतोड़ जवाब दिया है।
बयान में ये लिखा है
माओवादियों की ओर से जारी इस बयान में कहा गया कि 3 अप्रैल को 2000 पुलिस बल जीरागुड़ेम गांव के पास आए, जिन्हें रोकने के लिए पीएलजीए ने हमला किया। बयान के मुताबिक इस हमले में उनके चार नक्सली मारे गए हैं, जिसमें से एक की लाश को वो नहीं ले पाए हैं। बाकी तीन नक्सलियों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। बयान में नक्सलियों ने कहा कि वो पुलिस को अपना दुश्मन नहीं मानते हैं और मृत पुलिस परिवार के लोगों से अपना खेद प्रकट करते हैं। नक्सलियों ने इस बात की पुष्टि भी की है कि उन्होंने सीआरपीएफ जवानों के हथियार और सामान भी लूटे हैं। नक्सलियों ने ये भी बताया है कि कोबरा बटालियन का एक जवान राकेश्वर सिंह मनहास उनके कब्जे में हैं, साथ ही यह भी लिखा है कि वे जवानों के दुश्मन नहीं हैं। उसे रिहा कर दिया जाएगा और वो सुरक्षित है।
सरकार ईमानदार नहीं
नक्सलियों ने खत में लिखा कि उन्होंने मुठभेड़ के बाद जवानों के 14 हथियार और 2000 से ज्यादा कारतूस भी लूटे हैं । इसमें उनके ओड़ी सन्नी, कोवासी बदरू, पदाम लखमा, माड़वी सुक्खा व नूपा सुरेश नाम के सदस्य मारे गए। इनमें से नक्सली सन्नी का शव वो वे नहीं ले जा सके। नक्सलियों ने कहा कि वे बातचीत को राजी हैं, लेकिन सरकार ईमानदार नहीं है। साथ ही ये भी लिखा है कि कोंडागांव, बीजापुर, नारायणपुर में सैनिक अभियान चलाने यह बातचीत नहीं होगी।
In Bijapur attack,24 security personnel lost lives,31 injured & 1 in our custody. 4 People's Liberation Guerrilla Army personnel lost lives. Ready to negotiate with govt,they can announce mediators. Will release him. Police Jawans not our enemies:Communist Party of India (Maoist) pic.twitter.com/oMRFZaiBeb
— ANI (@ANI) April 7, 2021