दाऊद इब्राहिम राम जेठमलानी के जरिये करना चाहता था सरेंडर!, रखी थी ये शर्तें!
मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर एमएन सिंह ने एक इंटरव्यू में कुछ मीडिया हाउसेज से कहा था कि दाऊद इब्राहिम ने जब जाने-माने वकील राम जेठमलानी से संपर्क कर अपनी शर्तें रखी थी।
New Delhi, Apr 21 : मेरा एनकाउंटर मत करना… कहा जाता है कि कभी सरेंडर करने के लिये कुछ इसी तरह के शर्तें भारत के दुश्मन नंबर वन दाऊद इब्राहिम ने सरकार के सामने रखी थी, जीं हां, दाऊद जो कई मुल्कों की पुलिस के लिये सिरदर्द बन चुका है, वो अंडरवर्ल्ड डॉन जिस पर साल 1993 मुंबई में बम ब्लास्ट करवा कर कई मासूमों की जान लेने का आरोप है, वो माफिया कभी सरेंडर करना चाहता था।
रामजेठमलानी से संपर्क
मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर एमएन सिंह ने एक इंटरव्यू में कुछ मीडिया हाउसेज से कहा था कि दाऊद इब्राहिम ने जब जाने-माने वकील राम जेठमलानी से संपर्क कर अपनी शर्तें रखी थी, तब वो सरेंडर को लेकर हालांकि सीरियस नहीं था। क्योंकि अगर कोई इंसान वाकई में सरेंडर करना चाहता है, तो इस तरह की शर्ते कभी नहीं रखता, पूर्व कमिश्नर के अनुसार दाऊद सिर्फ एक भ्रम फैलाना चाहता था, वो भारत में सरेंडर करना चाहता है, लेकिन संबंधित अधिकारी उसे ऐसा करने से रोक रहे हैं।
वकील से बात
कहा जाता है कि दाऊद ने भारत आने के लिये चर्चित वकील राम जेठमलानी से संपर्क भी किया था, उस समय राम जेठमलानी का संदेश लेकर महेश जेठमलानी पूर्व कमिश्नर से मिलने पहुंचे थे, उन्होने बताया था कि दाऊद सरेंडर करना चाहत. है, लेकिन उसकी कुछ शर्तें हैं, पहला ये कि मुंबई पुलिस उसका एनकाउंटर नहीं करेगी, और दूसरी शर्त ये कि उस पर सिर्फ मुंबई ब्लास्ट केस का ट्रायल चलाया जाएगा, इसके अलावा दाऊद ने एक और शर्त रखी थी, और वो थी दाऊद को जेल में नहीं बल्कि हाउस अरेस्ट किया जाए।
पहली शर्त मानने को तैयार
पुलिस कमिश्नर के अनुसार भारत सरकार उसकी पहली शर्त मानने के लिये तैयार थी, लेकिन अन्य दो शर्तें मानने से इंकार कर दिया था, बता दें कि दाऊद एक गैंगस्टर था, जिस पर बाद में आतंकवादी होने के आरोप लगे। कभी मुंबई के डोंगरी इलाके में रहने वाला दाऊद इब्राहिम अशिक्षित था, उसके पिता शहर के पुलिस कांस्टेबल थे, अपराध की दुनिया में आने के बाद दाऊद ने कई ब़ड़े क्राइम को अंजाम दिया और फिर भारत छोड़कर फरार हो गया।