धोनी नहीं उठाते थे किसी का फोन, वीरेन्द्र सहवाग ने सालों बाद तोड़ी चुप्पी
सहवाग ने कहा कि धोनी कप्तान थे, उन्हें बोर्ड की बैठकों में शामिल होना होता था, इसके लिये उनका फोन उठाना जरुरी था, तब से धोनी के पास बीसीसीआई द्वारा दिया गया फोन था।
New Delhi, Apr 22 : महेन्द्र सिंह धोनी को टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक माना जाता है, उन्होने पिछले साल इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया था, वो आईपीएल में फिलहाल सीएसके की कप्तानी कर रहे हैं, धोनी आमतौर पर शांत खिलाड़ी माने जाते हैं, वो युवराज और हरभजन की तरह किसी से ज्यादा मस्ती-मजाक नहीं करते हैं, धोनी खुद को इतना अलग रखते थे, कि वो किसी का फोन भी नहीं उठाते थे, इसका खुलासा टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग ने एक इंटरव्यू में किया था।
क्या कहा
वीरु ने क्रिकबज को दिये इंटरव्यू में धोनी और राहुल द्रविड़ के बारे में खुलासा किया था, सबसे पहले इसके बारे में वीवीएस लक्ष्मण ने कहा था, सहवाग ने उस बात पर मुहर लगाते हुए कहा, एक बार ऐसा हुआ कि बीसीसीआई सचिव ने माही को फोन किया, लेकिन उन्होने फोन नहीं उठाया, जब अगली बार सचिव उनसे मिले, तो उन्होने एक विशेष फोन माही को दिया, और कहा कि जब ये फोन बजेगा, तो तुम्हें ये फोन उठाना ही होगा, सहवाग ने उस सचिव का नाम नहीं बताया।
फोन उठाना जरुरी था
सहवाग ने कहा कि धोनी कप्तान थे, उन्हें बोर्ड की बैठकों में शामिल होना होता था, इसके लिये उनका फोन उठाना जरुरी था, तब से धोनी के पास बीसीसीआई द्वारा दिया गया फोन था, और मैं ये नहीं जानता कि अब भी हैं, या नहीं, लेकिन हां उनका एक निजी नंबर भी है, वीरु ने इंटरव्यू के दौरान बताया था कि एक बार धोनी को कप्तान राहुल द्रविड़ से भी डांट सुननी पड़ी थी।
राहुल भाई गुस्से में थे
सहवाग ने उस घटना को बताते हुए कहा, मैंने राहुल द्रविड़ को गुस्से में देखा था, जब हम पाकिस्तान में थे, और धोनी नये-नये आये थे, धोनी ने एक शॉट खेला और प्वाइंट पर पकड़े गये, इस पर राहुल भाई धोनी से बहुत नाराज थे, उन्होने कहा था कि क्या इस तरह से तुम खेलते हो, तुम्हें खेल खत्म करना चाहिये, जब माही अगली बार बल्लेबाजी के लिये गये, तो मैं देख रहा था, वो ज्यादा शॉट नहीं मार रहे थे, मैंने जाकर पूछा क्या गलत था, तो उसने कहा कि कप्तान से दोबारा गालियां नहीं खाना चाहते हैं, धोनी ने कहा मैं शांति से मैच खत्म करुंगा और वापस जाऊंगा।