कोरोना मरीजों के लिये बेच दी अपनी कार, दिल से सेवा में लगे हैं ‘ऑक्सीजन मैन’

शेख ने कहा कि पिछले बार जब उन्होने अपना मिशन शुरु किया, तो ऑक्सीजन के लिये उनके पास 50 काल्स रोजाना आती थी, लेकिन इस बार का मंजर काफी अलग है।

New Delhi, Apr 23 : कोरोना अपने पीक पर है, ऑक्सीजन की कमी का सामना लोगों को चाहे-अनचाहे करना पड़ रहा है, ऐसे में मुंबई का एक शख्स लोगों की जान बचाने में जी-जान से जुटा है, यूनिटी ऑफ डिग्निटी फाउंडेशन के जरिये वो लोगों को मुफ्त ऑक्सीजन पहुंचाने का काम कर रहा है, वो लोगों के घर जाकर उन्हें जीवनदायी गैस उपलब्ध करा रहा है।

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प्रेरणादायी है कहानी
शाहनवाज शेख की कहानी बेहद प्रेरणादायी है, बीते साल जब कोरोना की पहली लहर ने कोहराम मचाया, तो शेख ने अपने एक जिगरी दोस्त को खो दिया, उसके बाद उनके मन में लोगों की सेवा का ख्याल आया, उन्होने अपनी एसयूवी बेचकर कुछ पैसे जुटाये और उनसे दवाएं तथा ऑक्सीजन के सिलेंडर खरीदे, यहां से शुरु हुआ, लोगों की मदद का सिलसिला, जो अभी तक जारी है।

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इस बार मंजर अलग
शेख ने कहा कि पिछले बार जब उन्होने अपना मिशन शुरु किया, तो ऑक्सीजन के लिये उनके पास 50 काल्स रोजाना आती थी, लेकिन इस बार का मंजर काफी अलग है, इस बार गैस की किल्लत के चलते 500-600 काल्स रोजाना आ रही है, शेख का कहना है कि वो कैसे भी करके लोगों की जरुरत पूरा करने में जुटे हैं, उनका कहना है कि अभी ऑक्सीजन मिलने में परेशानी हो रही है, सरकार उन्हें अगर गैस उपलब्ध कराती रहे, तो वो ज्यादा शिद्दत से लोगों की सेवा कर सकते हैं।

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मिल रही शाबाशी
उनके इस काम को सोशल मीडिया पर खूब शाबाशी मिल रही है, तो मलाड़ की मालवानी लेन के हीरो है, उनके काम की तारीफ करते हुए आईएफएस सुधा रमेन ने लिखा, उनके जैसे लोग समाज के लिये प्रेरणा हैं, वो ही असल लाइफ के हीरो हैं। शाहनवाज ने कहा कि पहले वो पैसे की कमी की वजह से अपना काम ठीक तरीके से नहीं कर पा रहे थे, पैसे के जुगाड़ के लिये उन्होने अपनी कार 22 लाख रुपये में बेच दी, इसके अलावा भी कुछ और चीजें उन्होने बेचीं, उनका कहना है कि पिछले साल वो करीब 5 हजार लोगों तक जीवनदायी गैस पहुंचा चुके हैं, उन्हें लगता है कि संकट के समय में एक जान भी बचाना सबसे बड़ी इबादत है।