बेड के लिये कुमार विश्वास ने IAS को किया फोन, जवाब मिला, कवि हैं कवि रहिये

कुमार विश्वास ने एक कोरोना मरीज को बेड दिलाने के लिये यूपी के एक आईएएस अधिकारी को फोन किया, तो अधिकारी ने उन्हें बेहद ही बेरुखे अंदाज में कहा, आप कवि हैं कवि रहिये, और सरकार को अपना काम करने दीजिए।   

New Delhi, Apr 23 : देश भर में कोरोना के बढते संक्रमण के कारण कई मरीजों का ना तो ठीक से इलाज हो पा रहा है और ना ही अस्पताल में बेड मिल पा रहा है, यूपी में स्थिति तो और भी बदतर होती जा रही है, आम आदमी तो छोड़िये, बड़े-बड़े शख्सियतों, मंत्री और विधायकों को भी ना तो एंबुलेंस मिल पा रहा है और ना ही अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है, इतना ही नहीं जब अस्पताल में बेड की गुहारह लगाने के लिये यूपी के अधिकारियों को फोन लगाया जाता है, तो सहानुभूति की जगह लोगों को दुत्कार दिया जाता है।

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कुमार विश्वास के साथ क्या हुआ
ऐसा ही कुछ चर्चित कवि कवि विश्वास के साथ हुआ, कुमार इन दिनों कोरोना संक्रमितों की मदद के लिये सोशल मीडिया पर लोगों से अपील भी कर रहे हैं, और कई बार जरुरत पड़ने पर खुद वरीय अधिकारियों को फोन भी लगा रहे हैं, kumar vishwas (1) मंगलवार को जब कुमार विश्वास ने एक कोरोना मरीज को बेड दिलाने के लिये यूपी के एक आईएएस अधिकारी को फोन किया, तो अधिकारी ने उन्हें बेहद ही बेरुखे अंदाज में कहा, आप कवि हैं कवि रहिये, और सरकार को अपना काम करने दीजिए।

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सोशल मीडिया पर पोस्ट
कुमार विश्वास ने अपने साथ हुई इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया पर पोस्ट की है, उन्होने ट्विटर पर लिखा, मदद/आपूर्ति का संतुलन बिगड़ रहा है, आज यूपी के एक आईएएस ने फोन पर कहा, kumar vishwas कौन हैं आप, सांसद हैं, मंत्री हैं या मेरे सीनियर, जो मैं आपके बताए मरीज को बेड दिलाऊं, कवि हैं कवि रहिये, किसे बेड देना है और किसे नहीं सरकार को पता है, विश्वास ने लिखा, खैर मरीज को बेड तो किसी ने दिला दिया, पर उनकी मजबूरी भी जायज है।

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मशीन ही ठप्प है
इसके अलावा कुमार विश्वास ने लिखा, उनकी गलती नहीं, वो तो मशीन का बस एक पुर्जा है, जब मशीन ही ठप्प हो गई, तो पुर्जे के खड़खड़ाने का क्या रंज, दिनभर कॉल करने पर लोग, डॉक्टर, Kumar Vishwas61 अधिकारी, समाजसेवी मदद कर ही रहे हैं, कभी-कभी किसी को बचा नहीं पाते, तो उस दिन खुद की बेबसी पर गुस्सा-तरस आता है।

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