अस्पताल में नहीं मिला ऑक्सीजन तो पति को मुंह से सांस देती रही पत्नी, नहीं बचा सकी जान!

इससे पहले 3-4 निजी अस्पतालों ने रेणु के पति को भर्ती करने से इंकार कर दिया था, अस्पतालों में भर्ती करने से इंकार करने की घटनाएं शहर में आम हो गई है।

New Delhi, Apr 25 : कोरोना संक्रमण के कोहराम के बीच ऑक्सीजन संकट बढता जा रहा है, इस बीच आगरा से एक दिल दहला देने वाली खबर आई है, दरअसल सांस लेने में तकलीफ से जूझ रहे अपने पति को लेकर 3-4 अस्पतालों के चक्कर काटने के बाद रेणु सिंघल एक ऑटो रिक्शा से एक सरकारी अस्पताल पहुंची, और उन्होने अपने पति को मुंह से भी सांस देने की कोशिश की, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।

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क्या है पूरा मामला
ये घटना शुक्रवार की है, प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शहर के आवास विकास सेक्टर 7 की रहने वाली रेणु सिंघल अपने पति रवि सिंघल (47 साल) को सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज (एसएनएमसी) लेकर पहुंची, उनके पति को सांस देने में तकलीफ हो रही थी, उन्हें बचाने की जुगत में पत्नी ने अपने मुंह से भी उन्हें सांस देने की कोशिश की, इतना ही नहीं रेणु को एंबुलेंस भी उपलब्ध नहीं हो पाई, जिसके बाद एसएनएमसी के डॉक्टरों ने रवि को मृत घोषित कर दिया।

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निजी अस्पतालों ने खड़े किये हाथ
इससे पहले 3-4 निजी अस्पतालों ने रेणु के पति को भर्ती करने से इंकार कर दिया था, अस्पतालों में भर्ती करने से इंकार करने की घटनाएं शहर में आम हो गई है, corona आगरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसी पांडे ने कहा कि जिले में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी है, हम उपलब्धता के मुताबिक व्यवस्था कर रहे हैं। उन्होने दावा किया कि आगरा के अस्पतालों में गंभीर रुप से बीमार मरीजों के लिये बिस्तर उपलब्ध है, जबकि कई लोगों ने शिकायत की है, कि उन्हें एक बिस्तर की तलाश में अस्पतालों के चक्कर काटने के लिये मजबूर होना पड़ रहा है।

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अस्पताल में वेंटिलेटर उपलब्ध ना होने पर मौत
इस बीच शनिवार को एक निवासी ने शिकायत की कि उसकी सास को अस्पताल में भर्ती करने से इंकार कर दिया, corona जिससे उनकी मौत हो गई, गढी भदौरिया की 52 वर्षीय मरीज मीरा देवी की एक निजी अस्पताल में वेंटिलेटर उपलब्ध ना होने के कारण मौत हो गई, वो कोरोना से संक्रमित थी, उनका आगरा के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था।