वो ऑलराउंडर जिसने 6 गेंदों में ही दिखा दिया था कि विराट को कभी गेंदबाजी नहीं करनी चाहिये!

कप्तान के पास गेंदबाजी करवाने के लिये कोई ऑप्शन नहीं बचा था, गेल ग्रोइन इंजरी के चलते मैदान से बाहर थे, तो फिर गेंद हाथ लगी विराट कोहली के, सामने एल्बी मोर्केल बल्लेबाजी कर रहे थे, सीएसके को 12 गेंदों में 43 रनों की जरुरत थी।

New Delhi, Apr 26 : सीएसके और आरसीबी की टीम आमने-सामने थीं, सीजन 2012 का 13वां मैच और चेन्नई का मैदान, आरसीबी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 205 रन बनाये थे, उस मुकाबले में गेल और विराट का बल्ला खूब बोला था, अब तक सीएसके की बल्लेबाजी आई तो फाफ डुप्लेसी की 71 रनों के बूते टीम अपने लक्ष्य के करीब पहुंच गई, लेकिन मैच का असली मजा 19वें ओवर में था।

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विराट गेंदबाजी के लिये आये
कप्तान के पास गेंदबाजी करवाने के लिये कोई ऑप्शन नहीं बचा था, गेल ग्रोइन इंजरी के चलते मैदान से बाहर थे, तो फिर गेंद हाथ लगी विराट कोहली के, सामने एल्बी मोर्केल बल्लेबाजी कर रहे थे, virat Kohli सीएसके को 12 गेंदों में 43 रनों की जरुरत थी, ऐसा लग रहा था कि मैच आरसीबी के हाथ में है, लेकिन फिर जो हुआ, उससे सभी हैरान रह गये, कोहली की पहली गेंद पर चौका, दूसरी पर लांग ऑन के ऊपर से छक्का, तीसरी पर चौका, चौथी पर छक्का, पांचवीं पर डबल और आखिरी में फिर एक छक्का, यानी कोहली ने इस ओवर में कुल 28 रन लुटा दिए। यूं तो मैच आखिरी ओवर में 17 रन पड़कर खत्म हुआ, लेकिन असल में विराट के ओवर में ही काम हो गया था, एल्बी मोर्केल ने कोहली को धो दिया था।

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बॉलिंग नहीं करनी चाहिये
इस मैच से तय हो गया था कि जो भी हो, विराट कोहली को गेंदबाजी नहीं करनी चाहिये, हर सफल बल्लेबाज गेंदबाज भी हो, ये जरुरी नहीं है, इसलिये विराट को भी इससे दूर ही रहना चाहिये, खैर आज बात एल्बी मोर्तेल की, क्योंकि उन्होने दो साल पहले इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी।

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रिटायरमेंट
एल्बी ने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा था कि मेरे लिये क्रिकेट मैदान पर समय पूरा हो चुका है और मैं इस गेम में रिटायरमेंट की घोषणा करना चाहूंगा,

जिंदगी के बीते 20 सालों का सफर अद्भुत रहा, कई शानदार यादें जिन्हें हमेशा संजो कर रखूंगा।