नहीं रही दिल्ली की ‘ड्रग क्वीन’, चौथे पति ने सरेआम गोलियों से भूना

शायना की मौत की खबर जैसे ही इलाके में फैली, लोगों को भरोसा ही नहीं हुई, शायना के नाम का पूरे इलाके में दहशत था, उसकी हत्या उसके ही चौथे पति वसीम ने कर दी है।

New Delhi, Apr 28 : दिल्ली का हजरत निजामुद्दीन इलाका मंगलवार सुबह करीब 10.30 बजे अचानक गोलियों की तड़तड़हट से गूंज उठा, इलाके में ये खबर आग की तरह फैल गई, कि किसी शख्स ने शाइना नाम की एक महिला को गोलियों से भून दिया है, साथ ही उनके नौकर को भी गोलियां मारी गई है, मौका-ए-वारदात पर पहुंची पुलिस ने देखा कि शायना की मौके पर ही मौत हो चुकी थी, जबकि उसके घायल नौकर को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

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चौथे पति ने की हत्या
शायना की मौत की खबर जैसे ही इलाके में फैली, लोगों को भरोसा ही नहीं हुई, शायना के नाम का पूरे इलाके में दहशत था, उसकी हत्या उसके ही चौथे पति वसीम ने कर दी है, जबकि उसके साथ मौजूद नौकर शहादत का अस्पताल में इलाज चल रहा है, पुलिस को मौके से ही सीसीटीवी के जरिये देखने को मिला, कि वसीम के पास दो पिस्तौल थी, वो लगातार शायना पर गोलियां चला रहा था, इस बीच जब शायना का नौकर बीच-बचाव में सामने आया, तो वसीम ने उसे भी गोली मार दी।

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शायना ने की थी 4 शादी
29 साल की शायना ने अब तक 4 शादियां की थी, इसके पहले और दूसरे पति उसे छोड़कर बांग्लादेश चले गये, जिसके बाद शायना ने तीसरी शादी की दिल्ली में नशे के कारोबार का किंग माने जाने वाले शराफत शेख से की थी, जिसको दिल्ली एनसीआर में ड्रग लॉर्ड के नाम से भी जाना जाता है, शराफत शेख के आपराधिक इतिहास में एनएसए, एनडीपीएस जैसे 30 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। शराफत शेख का ड्रग्स की दुनिया में काफी दबदबा है, उसका खौफ इलाके में इतना था कि पुलिस भी दबिश डालने से परहेज करती थी, बढती उम्र के साथ शराफत को एक साथी की जरुरत थी, तो उसने शायना से शादी कर ली, शादी के कुछ समय बाद ही दिल्ली पुलिस ने शराफत को एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

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1 साल पहले वसीम से शादी
शराफत के जेल जाने के बाद शायना ने 1 साल पहले ही वसीम नाम के शख्स से शादी की थी, शादी के कुछ समय बाद ही शायना को दिल्ली पुलिस ने ड्रग्स तस्करी के केस में जेल भेज दिया, ड्रग्स की तस्करी के केस में शराफत शेख और शायना दोनों तिहाड़ जेल में बंद थे। शायना जेल में थी, इसी बीच वसीम का दिल उसकी बहन रेहाना से लग गया, दोनों एक-दूसरे से मोहब्बत करने लगे, शायना की गैर-मौजूदगी में दोनं के बीच संबंध भी बन गये, अभी ज्यादा समय भी नहीं गुजरा था कि शायना को 8 महीने की गर्भवती होने की वजह से 24 अप्रैल को जेल से पैरोल पर छोड़ दिया गया।

जेल से छूटकर बदले वसीम के तेवर
शायना ने जेल से छूटने के बाद वसीम का बदला हुआ रवैया देखा, वसीम से ठीक से मुलाकात भी नहीं की, इस बीच शायना को खबर लगी कि वसीम और रिहाना के बीच उसकी गैर-मौजूदगी में रिश्ते बन चुके हैं, इसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा हुआ और ये सारी हदें पार करने लगा। शायना को अपने और रेहाना के बीच रुकावट बनते देख वसीम ने हमेशा-हमेशा के लिये उसे अपने रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया, 27 अप्रैल की सुबह 10.40 बजे जब शायना अपने नौकर शहादत के साथ घर के बाहर बैठी थी, तभी वसीम ने उस पर फायरिंग कर दी, वो किसी भी हालत में शायना को जिंदा नहीं छोड़ना चाहता था, यही वजह थी कि वो अपने साथ दो पिस्तौल लेकर आया था, पहली पिस्तौल से एक गोली चली, फिर पिस्तौल में गोली फंस गई, इस बीच वसीम ने दूसरी पिस्तौल निकाली और ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए शायना की जान ले ली। कत्ल के बाद वो खुद निजामुद्दीन थाने पहुंचा और पुलिस वालों को पूरी कहानी बताई, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया, वसीम का अभी तक कोई पिछला आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है, पुलिस इस हत्याकांड में रेहाना की भूमिका की भी जांच कर रही है।