बंगाल के बाद यूपी पंचायत चुनाव भी हाथ से निकले, मथुरा-काशी-अयोध्‍या के नतीजे निराशाजनक, मंथन शुरू

यूपी पंचायत चुनाव में बीजेपी को सियासी तौर पर बड़ा भारी झटका लगा है, अयोध्‍या और मथुरा ही नहीं मोदी के काशी में भी वोटर्स दूसरे खेमे में खिसक गए हैं । सियासी जानकार इसे बीजेपी के लिए कड़ा संदेश मान रहे हैं ।

New Delhi, May 04: पश्चिम बंगाल के नतीजों के बाद बीजेपी भले अपना दर्द छुपा रही हो, और ये कह रही हो कि वो 3 से 70 तक पहुंचने में कामयाब हुई है लेकिन दिल का हाल तो बीजेपी बेहतर जानती है । बहरहाल इस घाव से उबरे भी नहीं थे कि बीजेपी की नींद उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव के नतीजों ने उड़ा दी । इन चुनावों के नतीजे बीजेपी को सियासी तौर पर बड़ा झटका माना जा रहे हैं । अयोध्या से लेकर मथुरा और काशी समेत प्रदेश भर में सपा ने बीजेपी को करारी मात दी है ।

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अयोध्या में हारी बीजेपी
राम की नगरी अयोध्या में बीजेपी को जबरदस्‍त हार का सामना करना पड़ा है, sp1अयोध्या जनपद में कुल जिला पंचायत सदस्य की 40 सीटें हैं, जिनमें से 24 पर समाजवादी पार्टी के उम्‍मीदवार जीते हैं, बीजेपी को महज 6 सीटें ही मिली हैं । वहीं 12 सीटों पर निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है । यहां बीजेपी अपने बागियों के कारण भी मात खा गई, क्योंकि 13 सीटों पर तो पार्टी के नेता ही टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे थे । अब ऐसे समय में बीजेपी की हार जबकि अयोध्‍या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, बड़ा संदेश दे रही है ।

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पीएम मोदी की काशी ने भी गाया सपा राग
अयोध्‍या ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी भाजपा की हालत चिंताजनक है, पहले एमएलसी चुनाव में भाजपा चित्‍त हुई थी, अब जिला पंचायत चुनाव में भी काशी ने मोदी की पार्टी को अस्‍वीकार कर दिया है । जिला पंचायत की 40 सीटों में से बीजेपी के खाते में महज 8 सीटें आई हैं, समाजवादी पार्टी ने यहां 14 सीटों पर कब्जा किया है । इसके साथ ही बसपा ने यहां पांच सीटों पर जीत हासिल की है इसके साथ ही अपना दल(एस)को 3 सीट, आम आदमी पार्टी और ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को भी 1-1 सीट मिली है, 3 सीट निर्दलीय प्रत्याशियों के खाते में गई है ।

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मथुरा में बसपा का परचम
वहीं मथुरा जिले की बात करें तो यहां भी बीजेपी को निराशा ही हाथ लगी है । मथुरा में बहुजन समाज पार्टी का बोलबाला रहा है । यहां बीएसपी के 12 उम्मीदवारों ने जीत का परचम फहराया, बसपा के बाद आरएलडी ने 9 सीटों पर, बीजेपी 8 सीटों पर, सपा ने 1 सीट पर जीत हासिल की है । 3 निर्दलीय प्रत्याशी भी विजयी हुए हैं । मथुरा में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई, खुद कांग्रेस जिलाध्यक्ष चुनाव हार गए हैं ।

2022 का लिटमस टेस्ट
सियासत के जानकार जानते हैं कि बीजेपी की स्थापना के दौर से ही अयोध्या-मुथरा-काशी पार्टी के मुख्‍य एजेंडे में शामिल रहे हैं । बीजेपी इन जिलों के नाम पर सियासत सिर्फ यूपी में नहीं बल्कि देश भर में करती रही है । ऐसे में इन तीनों जिलों में ऐसी हार मिलना, बड़ा झटका है । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अभी 8 महीने का समय बाकी है, ऐसे में पंचायत चुनाव को 2022 का सेमीफाइनल माना जा रहा था । जिसके नतीजे बीजेपी की चिता बढ़ाने वाले रहे हैं, समाजवादी पार्टी, बीएसपी और कांग्रेस के लिए भी ये नतीजे आगे की राह तय करेंगे । लेकिन इतना तो निकश्‍चत है कि अयोध्या-मथुरा-काशी में बीजेपी की करारी हार से योगी सरकार की नींद उड़ा दी है, चूक कहां हुई-क्‍या कमी रह गई-किन मुद्दों ने जनता का भरोसा नहीं दिया- बीजेपी अब मंथन में लग गई है ।