सर गुलशन कुमार का विकेट गिरने वाला है, मुखबिर के सूचना के बाद कैसेट किंग को मारी थी 16 गोलियां
दाऊद इब्राहिम के इशारे पर अबू सलेम ने गुलशन कुमार की हत्या की साजिश रची थी, दो शार्प शूटरों को मंदिर के बाहर तैनात किया था, अबू सलेम के इस प्लान की जानकारी पुलिस को भी थी।
New Delhi, May 07 : गुलशन कुमार कभी दिल्ली के दरियागंज इलाके में जूस की दुकान चलाते थे, संगीत से लगाव था, भगवान शिव, मां पार्वती और मां वैष्णो देवी में गहरी आस्था थी, मन में लगन थी, इसी ने गुलशन कुमार को हिंदुस्तान का कैसेट किंग बना दिया, 5 मई 1951 को पैदा हुए गुलशन कुमार ने दिल्ली में ही कैसेट्स की दुकान खोली थी, वो गानों के सस्ते कैसेट्स बेचा करते थे, फिर नोएडा में म्यूजिक प्रोडक्शन कंपनी की शुरुआत की, व्यापार बढा तो मुंबई शिफ्ट हो गये, 1983 में टीसीरीज की शुरुआत की, देश में सबसे ज्यादा टैक्स चुकाने वाले शख्स बने, वैष्णो देवी में उनके नाम से भंडारा चलता था, लेकिन हमेशा मुस्कुराने वाले गुलशन कुमार का अंत ऐसा हुआ, जिसने बॉलीवुड ही नहीं बल्कि अंडरवर्ल्ड की दुनिया को भी हिलाकर रख दिया।
दागी गई 16 गोलियां
90 के दशक में मायानगरी मुंबई के लिये किसी काले साये से कम नहीं रहा, एक तरफ जहां आर्थिक राजधानी में कारोबार बढ रहा था, तो वहीं अंडरवर्ल्ड की साख भी मजबूत हो रही थी, दाऊद और उसके राइट हैंड कहे जाने वाले अबू सलेम की तूती बोलती थी, 1993 बम धमाके में मुंबई दहल गई थी, फिर 12 अगस्त 1997 को गुलशन कुमार की हत्या कर दी गई, जीतेश्वर महादेव मंदिर के बाहर उन्हें 16 गोलियां मारी गई थी।
5 महीने पहले राकेश मारिया को आया था फोन
दाऊद इब्राहिम के इशारे पर अबू सलेम ने गुलशन कुमार की हत्या की साजिश रची थी, दो शार्प शूटरों को मंदिर के बाहर तैनात किया था, अबू सलेम के इस प्लान की जानकारी पुलिस को भी थी, 5 महीने पहले अप्रैल में ही एक मुखबिर ने महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी राकेश मारिया को इस बारे में खबर दी थी, फोन पर कहा था सर गुलशन कुमार का विकेट गिरने वाला है।
10 करोड़ की फिरौती
गुलशन कुमार ने हिंदी गानों खासकर भजन को घर-घर तक पहुंचाया, वैष्णो देवी जाने वाले श्रद्धालुओं के लिये उन्होने भोजन से लेकर रहने-खाने तक का इंतजाम किया, उनका ये नेक काम आज भी जारी है, लेकिन गुलशन की बढती कमाई किसी को खटक रही थी, बताया जाता है कि दाऊद के कहने पर अबू सलेम ने गुलशन से 10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। पत्रकार से लेखक बने हुसैन जैदी ने अपने किताब में लिखा है, अबू सलेम ने गुलशन कुमार से 10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी, लेकिन गुलशन ने पैसे देने से साफ इंकार कर दिया, अंडरवर्ल्ड से लगातार फोन आते रहे, लेकिन गुलशन कुमार नहीं डरे, गुलशन ने अबू सलेम से फोन पर कहा, 10 करोड़ में तो मैं वैष्णो देवी में भंडारा करवा दूंगा, अबू सलेम को उनकी बात इतनी बुरी लगी, कि उसके गुर्गों ने हत्या करते वक्त गुलशन से कहा, बहुत पूजा कर ली, अब ऊपर जाकर करना।