नदी में तैरते शवों को देख उठा सवाल, क्या पानी के जरिए फैलता है कोरोना? जानें एक्‍सपर्ट्स ने क्‍या कहा

उत्तर प्रदेश और बिहार में गंगा नदी से 70 से ज्यादा शव तैरते मिले हैं, जिसके बाद से यही सवाल है कि क्‍या पानी के जरिए या पानी से कोविड फैल सकता है ।

New Delhi, May 13: नदी में तैरते शव जब दिखने लगे तो लोगों में सनसनी मच गई, एक-दो या फिर तीन नहीं लगभग 70 के करीब शव उत्‍तर प्रदेश और बिहार में नदी से निकाले जा चुके हैं । हालांकि, स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन शवों की संख्या 100 के पार बताई जा रही है । अब इस घटना के बाद से लोगों के मन में एक सवाल तेजी से कौंध रहा है कि क्‍या अब गंगा नदी के जरिए कोविड-19 महामारी फैल सकती है, क्‍या मृत शरीर से भी कोविड फैलने की आशंका है ।

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मृत शरीर से कोरोना?
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है साफ नहीं है कि मृत शरीर संक्रामक हो सकते हैं या नहीं । दुनियाभर में अथॉरिटीज ने कोरोना संक्रमण के मामलों में शवों को लेकर कई तरह के नियम तैयार किए हैं,  भारत में भी स्वास्थ्य एजेंसियां ऐसी शवों के मामले में काफी देखरेख की सलाह देती है । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और एम्स की तरफ से जारी गाइडलाइंस पर गौर करें तो शवों को संभालने के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा बना रहता है, इसलिए इस काम में लगे व्‍यक्तियों को मास्क, आंखों की सुरक्षा, हैंड सैनिटाइजेशन और मृत शरीर को रखने वाले बैग को डिसइंफेक्ट करने की सलाह दी गई है ।

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क्या पानी से फैलता है कोरोना?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक कोरोना वायरस फैलने का मुख्य जरिया संक्रमण की छोटी बूंदे होती हैं, जो सांस लेते हुए, खांसते या छींकते समय बाहर आती हैं । इन बूंदों को एयरोसोल्स कहा जाता है, ये हवा में तैर सकती हैं । कुछ स्टडीज में संक्रमित के मल में भी कोरोना वायरस मिलने का दावा किया गया है । हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं है कि मल किसी स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है या नहीं, लेकिन रिपोर्ट के अनुसार, शरीर से निकला तरल पदार्थ कोरोना वायरस फैला सकता है ।

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पानी के जरिए कोरोना वायरस
हालांकि रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी तक इस बात का कोई सबूत नहीं है कि बहते पानी या स्विमिंग पूल में से कोविड-19 फैल सकता है । कुछ अध्‍ययन में नदी और खराब पानी में SARS-CoV-2 मिला है, लेकिन इनमें वायरस की संक्रामकता साबित नहीं हुई है । रिपोर्ट में विश्व स्वास्थ्य संगठन के हवाले से बताया गया है ‘कोविड-19 स्विमिंग के दौरान पानी के जरिए नहीं फैलता,  वायरस लोगों के बीच तब फैलता है, जब कोई संक्रमित व्यक्ति के नजदीक हो। हालांकि, पानी से संक्रमण की संभावना कम है, लेकिन शवों को संक्रामक माना जा सकता है । इनमें बड़ी संख्या में बैक्टीरिया और वायरस होते हैं, जो इस मामले में गंगा में केवल प्रदूषण बढ़ाएंगे, इसलिए वो लोग जो इन तैरते शवों के सीधे संपर्क में आ रहे हैं, उनके स्वास्थ्य पर गलत असर पड़ सकता है।