प्रशांत किशोर बता दिये गये थे फ्रॉड, खूब अखरी थी ये बात, खुद बताया था पूरा किस्सा

प्रशांत किशोर के मुताबिक पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमन अरोड़ा ने उस विज्ञापन को ट्वीट किया और लिखा कि प्रशांत किशोर देश का सबसे बड़ा फ्रॉड है।

New Delhi, May 18 : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पिछले कुछ दिनों से जबरदस्त सुर्खियों में हैं, उन्होने बंगाल में ममता बनर्जी के लिये रणनीति बनाई, टीएमसी लगातार तीसरी बार जीत कर सत्ता में लौटी है, हाल ही में पीके ने खुद बताया था कि पंजाब चुनाव के दौरान उन्हें फ्रॉड बता दिया था, उन्हें तब लोगों की खूब खरी-खोटी सुनने के साथ गालियां भी पड़ी थी, ये बात उन्हें खूब अखरी थी, जिसे उन्होने खुद आंखे खोलने वाली घटना कहा था, उन्होने बताया था कि लोग वादे करने वालों से ज्यादा वादे कराने वालों को खोज लेते हैं और खूब गालियां देते हैं।

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क्या था किस्सा
ये किस्सा पीके ने द लल्लनटॉप के साथ बातचीत के दौरान सुनाया था, उन्होने कहा था कि पत्रकार ने उनसे खुद के स्पॉटलाइट में आने से जुड़ा सवाल पूछा था, चुनावी रणनीतिकार ने जवाब दिया था, बेबसी भी है, कई बार आप लाचार महसूस करते हैं, जीत कर भी वो चीज नहीं कर पाते, जो करना चाहते हैं, पंजाब की घटना का जिक्र करते हुए उन्होने बताया कि वहां जो संविदाकर्मियों को लेकर मैंने एक वादा किया था, पंजाब में नौ नुस्खे को लेकर चुनाव प्रचार किया था, जिसमें संविदाकर्मियों को लेकर भी था, पता लगा कि वो एक साल से धरने पर हैं, सीएम से मिल नहीं पा रहे थे, तो उन्होने अखबार में विज्ञापन निकाला, कहा था कि जो सीएम से मिलवा देगा, उसे 1 लाख रुपये ईनाम देंगे।

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नेता प्रतिपक्ष ने कही थी ऐसी बात
पीके के मुताबिक पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमन अरोड़ा ने उस विज्ञापन को ट्वीट किया और लिखा कि प्रशांत किशोर देश का सबसे बड़ा फ्रॉड है, ऐसा इसलिये क्योंकि चुनाव के पहले कॉफी विद कैप्टन, घर-घर कैप्टन, हर जगह कैप्टन, पर चुनाव के बाद कहीं नहीं कैप्टन, इसलिये इस आदमी को (पीके को) बुलाओ, जनता के सामने खड़ा किया जाए, pk (2) पीके ने बताया कि उन्होने इस बारे में राहुल गांधी को भी सूचित किया था, कहा, मैंने राहुल जी को मैसेज किया था, हंसी की ही बात थी, लेकिन भेजा, सीएम आपका, पार्टी आपकी, फायदे आपके और हम आंध्र प्रदेश में झक्क मार रहे हैं, गालियां मुझे पड़ रही है, फ्रॉड मुझे कहा जा रहा है, तो कहीं ना कहीं इससे मुझे…

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वादे कराने वाले को ढूंढ लेते
प्रशांत के मुताबिक मेरे दिमाग में ऐसा आया कि लोग वादे करने वाले से ज्यादा कराने वाले को ढूंढ लेते हैं, नेता अगर कर रहा है काम , तब तो फायदा है, लेकिन नहीं कर रहा है, तो गालियां भी बहुत पड़ती है, pk इसलिये मुझे लगा कि समय आ गया है कि इसे छोड़ना है, क्योंकि दूसरा गलती करता है और लंबे समय तक लोग आपको फ्रॉड मानने लगते हैं, लेकिन असल में तो ये बात होती नहीं है, ये मेरे लिये आंखें खोलने वाली घटना थी।