मंडोली जेल में हो रहा सुशील कुमार का बुरा हाल, घरवालों से बात कर फूट-फूट कर रोए रेसलर
सुशील कुमार डरे-सहमे हुए हैं, ना नींद आ रही है ना ही जेल का खाना खया जा रहा है । परिजनों से बात कर तो उनका बुरा हाल हो गया ।
मंडोली जेल में बुधवार रात पहुंचे ओलंपियन सुशील कुमार बृहस्पतिवार को काफी भावुक हो गए । दरअसल, जेल प्रशासन ने उसे फोन पर अपने परिजनों से बातचीत करने की इजाजत दी थी । पिछले महीने की 4 तारीख को सागर धनखड़ की हत्या की घटना के बाद से ही सुशील लगातार एक जगह से दूसरी जगह भाग रहा था। वो तब से ही अपने परिवार से दूर था, जेल सूत्रों ने बताया कि जेल से अपने घर पर बात करने के दौरान सुशील बहुत भावुक हो गया।
फूट-फूटकर रोया सुशील कुमार
जेल सूत्रों ने बताया कि फैमिली से बात करते हुए उसकी आंख से आंसू निकलने लगे। दस से पंद्रह मिनट के बीच हुई बातचीत के दौरान सुशील ने परिवार के सदस्यों का हाल जाना । दरअसल, कोरोना महामारी के चलते कैदियों की उनके परिजनों से मुलाकात बंद है। ऐसे में उन्हें हफ्ते में दो दिन फोन पर बात करने की अनुमति दी गई है। बृहस्पतिवार को नियम के अनुसार सुशील को भी उसके परिवार वालों से बात करवाई गई।
सुशील कुमार को ये है डर
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार देर रात मंडोली जेल पहुंचा सुशील काफी डरा और सहमा हुआ लग रहा था, उसने ठीक से खाना भी नहीं खाया । जेल सूत्रों का कहना है कि रात में सुशील को जेल में नींद नहीं आई। वह काफी देर तक करवटें बदलता रहा । बताया जा रहा है कि सुशील गुहार लगा रहा था कि उसकी रिमांड को कुछ और दिन बढ़वा लिया जाए। दरअसल, सुशील को डर है कि कहीं जेल में काला जठेड़ी के गुर्गे उसे निशाना ना बना लें । इस गैंग के सरगना का भांजा सोनू महाल भी छत्रसाल स्टेडियम में सुशील की मारपीट का शिकार हुआ था ।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल सुशील कुमार और उनके साथियों ने मिलकर 4 मई की रात छत्रसाल स्टेडियम में सागर धनखड़ नाम के पहलवान की पीट-पीटकर हत्या कर दी । सागर की अस्पताल में मौत हो गई थी, वहीं उसका साथी सोनू महाल गंभीर चोटों के साथ इलाज करवा रहा है । इस घटना में नीरज बवाना और काला जठेड़ी गैंग के भी शामिल होने से मामला गंभीर हो गया है । हालांकि सुशील इसे प्रॉपर्टी विवाद बताते रहे हैं, लेकिन पुलिस अभी जांच कर रही है । सागर धनखड़ हत्याकांड में अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है ।