मोदी-उद्धव मीटिंग से हलचल, शरद पवार ने याद दिलाया बाल ठाकरे का वादा, भविष्य के संकेत
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने 7 जून को अजित पवार, अशोक चव्हाण के साथ पीएम मोदी से मुलाकात की थी, लेकिन इससे ज्यादा चर्चा उद्धव और मोदी के बीच करीब 40 मिनट की हुई मींटिग को लेकर रही।
New Delhi, Jun 10 : एनसीपी प्रमुख शरद पवार लंबे समय बाद मीडिया के कैमरे के सामने आये, आते ही उन्होने प्रदेश में चल रही सियासी अटकलों को लेकर बयान दिया है, पीएम मोदी और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के बीच हुई मुलाकात ने महाराष्ट्र की राजनीति में गर्मी बढा दी है, लेकिन शरद पवार ने उन सभी अटकलों को खारिज कर दिया है, जिसमें महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की सरकार पर खतरा होने के दावे किये गये हैं।
पवार ने क्या कहा
शरद पवार ने कहा कि हमारी सरकार 5 साल पूरे चलेगी, साथ ही याद दिलाया कि इमरजेंसी के समय जब पूरा देश इंदिरा गांधी और कांग्रेस के खिलाफ था, तो बाल ठाकरे ने इंदिरा गांधी को दिया अपना वादा निभाया था, उन्होने कांग्रेस के खिलाफ कोई चुनाव नहीं लड़ा था। एनसीपी प्रमुख ने कहा कि यही वजह है कि शिवसेना कभी वादाखिलाफी नहीं करती, जिसकी वजह से कोई अटकलें ना लगाएं, इतना ही नहीं शरद पवार ने संकेत दिये, कि सरकार के 5 साल पूरे होने के बाद भी उनकी पार्टी शिवसेना के साथ रह सकती है।
मोदी-ठाकरे मीटिंग
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने 7 जून को अजित पवार, अशोक चव्हाण के साथ पीएम मोदी से मुलाकात की थी, लेकिन इससे ज्यादा चर्चा उद्धव और मोदी के बीच करीब 40 मिनट की हुई मींटिग को लेकर रही। वैसे तो सीएम और पीएम का मिलना आम बात है, लेकिन आधिकारिक तौर पर प्रेस कांफ्रेंस कर उद्धव ठाकरे ने ये भी खुलासा किया था, कि मराठा आरक्षण समेत कुल 12 मुद्दों पर पीएम के साथ बात हुई है।
कुछ राज नहीं खोला
लेकिन वन टू वन मीटिंग को लेकर उद्धव ने कुछ नहीं बताया, साथ ही कहा कि पीएम के साथ अभी भी उनके रिश्ते कायम हैं, जिस हालात में महाराष्ट्र में गठबंधन की सरकार बनी, उनको देखते हुए इस मीटिंग के बाद हलचल देखने को मिली। माना जा रहा है कि इस मुलाकात के जरिये ठाकरे एनसीपी को संदेश देना चाह रहे थे कि भले ही महाराष्ट्र में बीजेपी के निशाने पर वो हैं, लेकिन दिल्ली में पीएम से उनकी दूरी ज्यादा नहीं है, राज्य में बीजेपी पर तीखे हमले करने वाले उद्धव ठाकरे पीएम मोदी पर नरम नजर आते हैं।