जबरदस्त घाटे में चल रही थी कंपनी, इस बार हो गया मुनाफा, मुकेश अंबानी के समधी ने लगाया था दांव

बीते दिनों बताया गया था कि डीएचएफएल पर बैंकों का 90 हजार करोड़ से ज्यादा का बकाया है, इसमें सबसे ज्यादा 10083 करोड़ रुपये एसबीआई का है।

New Delhi, Jun 11 : बीते कई सालों से घाटे में चल रही दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन (डीएचएफएल) को चौथी तिमाही में करीब 97 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है, डीएचएफएल के लिये पीरामल ग्रुप ने दांव लगाया है, पीरामल ग्रुप के मुखिया अजय पीरामल हैं, वो रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के समधी हैं।

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कितना हुआ मुनाफा
बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में डीएचएफएल ने 96.75 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है, कॉरपोरेट दिवाला प्रक्रिया के तहत चल रही कंपनी डीएचएफएल को इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 7507.01 करोड़ का नुकसान हुआ था, दिसंबर तिमाही में कंपनी को 13095.38 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

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शुद्ध घाटा
पूरे फाइनेंशियल ईयर 2020-21 में गैर बैंकिग वित्तीय कंपनी को 15,051 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है, इससे पिछले वित्त वर्ष में घाटा 13,456 करोड़ रुपये था, बीते साल की चौथी तिमाही में कंपनी की एकीकृत कुल आय घटकर 2060 करोड़ रुपये रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2161 करोड़ रुपये रही थी। आपको बता दें कि इस समय डीएचएफएल का संचालन आरबीआई की ओर से नियुक्त एक प्रशासक के हाथ में हैं, ये पहली गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी है, जिसके दिवालियापन का समाधान करने के लिये इसका मामला राष्ट्रीय कंपनी विधि ट्राब्यूनल के समक्ष भेजा है।

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कर्ज संकट से जूझ रही डीएचएफएल
बीते दिनों बताया गया था कि डीएचएफएल पर बैंकों का 90 हजार करोड़ से ज्यादा का बकाया है, इसमें सबसे ज्यादा 10083 करोड़ रुपये एसबीआई का है, इसके अलावा बैंक ऑफ इंडिया का 4125 करोड़ रुपये, केनरा बैंक का 2681 करोड़ रुपये, एनएचबी 2434 करोड़ रुपये, और यूनियन बैंक का 2378 करोड़ रुपये भी शामिल है। इकलौती बेटी हैं।