बीजेपी को लग सकता है बड़ा झटका, कोलकाता में आज बैठक, TMC में जा सकते हैं मुकुल रॉय
पहले ही बीजेपी के करीब 33 विधायकों के पार्टी छोड़ने की खबरें सामने आ रही थी, हालांकि एक फेसबुक पोस्ट में दावा किया गया कि मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांशु रॉय टीएमसी में वापस जा सकते हैं।
New Delhi, Jun 11 : पश्चिम बंगाल में बीजेपी को बड़ा झटका लगने के आसार जताये जा रहे हैं, न्यूज एजेंसी एएनआई के सूत्रों के मुताबिक दिग्गज नेता और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय टीएमसी में वापस जा सकते हैं, इस बात को लेकर शाम तक फैसला आ सकता है, बताया जा रहा है कि कोलकाता में टीएमसी के शीर्ष नेताओं के साथ मुकुल की बैठक के बाद दल बदल सकते हैं।
टीएमसी में जा सकते वापस
प्रदेश में पहले ही बीजेपी के करीब 33 विधायकों के पार्टी छोड़ने की खबरें सामने आ रही थी, हालांकि एक फेसबुक पोस्ट में दावा किया गया कि मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांशु रॉय टीएमसी में वापस जा सकते हैं, उस दौरान भी मुकुल को लेकर चर्चाएं नहीं हो रही थी, बीते दिनों टीएमसी सांसद और वरिष्ठ नेता सौगत रॉय ने एक साक्षात्कार में दावा किया था कि कई लोग अभिषेक बनर्जी के संपर्क में हैं, मुकुल इस बाद नादिया जिले के कृष्णा नगर सीट से चुनावी मैदान में थे, उन्होने टीएमसी उम्मीदवार कौशानी मुखर्जी को हराया था।
अभिषेक से संपर्क में
एनडीटीवी से बातचीत में सौगत रॉय ने कहा कि कई लोगो और हैं, जो अभिषेक बनर्जी के साथ संपर्क में है, और वापसी करना चाहते हैं, उन्होने जरुरत के समय में पार्टी को धोखा दिया है, टीएमसी सांसद ने साफ कर दिया है कि आखिरी फैसला ममता दीदी लेंगी, लेकिन मुझे लगता है कि दल बदलने वालों को दो हिस्सों सॉफ्टलाइनर और हार्डलाइनर में बांटा जाएगा। हालांकि कुछ समय पहले टीएमसी सांसद शुखेंदु शेखर ने इशारा किया था कि पार्टी दल बदलने वालों को लेकर जल्दबाजी में फैसला नहीं लेगी, उन्होने कहा था कि पहले ये देखा जाएगा कि वो पार्टी से अलग क्यों हुए थे, वापसी का उद्देश्य क्या है, ऐसी जानकारी के बाद ही उन पर फैसला लिया जा सकेगा।
मुकुल की पत्नी से मिलने पहुंचे थे अभिषेक बनर्जी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अभिषेक बनर्जी अस्पताल में भर्ती मुकुल रॉय की पत्नी कृष्णा रॉय का हाल जानने पहुंचे थे, ऐसा कहा जा रहा है कि अगले ही दिन पीएम मोदी ने भी खुद रॉय से फोन पर बातचीत की थी, बीजेपी नेताओं का कहना है कि कृष्णा रॉय के जल्द स्वस्थ्य होने को लेकर ये कॉल किया गया था, जबकि टीएमसी नेताओं का मानना है कि ये बीजेपी नेताओं को एक साथ रखने की कोशिश है।