बाबा का ढाबा के मालिक के सुख भरे दिन खत्म, गौरव वासन से माफी मांगते हुए की अपील, वीडियो

बाबा का ढाबा के मालिक कांता प्रसाद की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है, पिछले साल लॉकडाउन के दौरान उनकी आर्थिक स्थिति को लेकर सोशल मीडिया पर जब बात शुरु हुई, तो हर तरफ से उनके लिये मदद का हाथ आगे बढने लगा।

New Delhi, Jun 13 : बाबा का ढाबा के बुजुर्ग मालिक कांता प्रसाद का वीडियो एक बार फिर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, इस वीडियो में कांता प्रसाद पिछले साल हुए विवाद पर सफाई देते नजर आ रहे हैं, इस वीडियो में वो ब्लॉगर गौरव वासन से माफी मांगते हुए दिखाई दे रहे हैं, वीडियो में उन्होने हाथ जोड़ते हुए कहा कि उन्होने गौरव वासन को कभी चोर नहीं कहा, उन्होने माना कि उनसे कुछ गलतियां हुई है, और उसके लिये वो शर्मिंदा हैं, और माफी मांगते हैं।

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फिल्म से कम नहीं कहानी
बाबा का ढाबा के मालिक कांता प्रसाद की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है, पिछले साल लॉकडाउन के दौरान उनकी आर्थिक स्थिति को लेकर सोशल मीडिया पर जब बात शुरु हुई, तो हर तरफ से उनके लिये मदद का हाथ आगे बढने लगा, देखते ही देखते कांता प्रसाद के दिन बदल गये, उन्होने ढाबे से सीधे रेस्तरां खोल लिया, उनकी इस कहानी को लोगों के सामने लाने वाले गौरव वासन ने उनकी मदद की, लेकिन बाद में उन्हीं को कांता प्रसाद ने चोर कह डाला और पैसे हड़पने का आरोप लगा दिया।

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पुरानी दुकान में लौटे
अब जब कोरोना की दूसरी लहर में एक बार फिर लॉकडाउन लगा, तो कांता प्रसाद के सामने आदमनी से ज्यादा खर्च सामने आ गया, जिसके बाद उन्होने पुरानी दुकान में ही आना समझदारी समझी, अब जब कांता प्रसाद वापस ढाबा चलाने लगे हैं, तो उन्होने गौरव वासन से माफी मांगी है, इंस्टाग्राम पर वायरल वीडियो में वो कह रहे हैं कि गौरव को कभी उन्होने चोर नहीं कहा, उनसे कुछ चूक हुई है और वो इसके लिये शर्मिंदा हैं, इससे ज्यादा वो कुछ भी नहीं कहना चाहते।

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पैसे चोरी का आरोप
इस पूरे मामले में अब तक गौरव वासन की ओर से कोई रिएक्शन नहीं आया है, मालूम हो कि गौरव वासन ने कांता प्रसाद के ढाबे पर एक ब्लॉग बनाया था और लोगों से उनकी मदद करने की अपील की थी, जिसके बाद लाखों रुपये उन्हें मिले, फिर कांता प्रसाद ने गौरव पर पैसे चोरी का आरोप लगाया था, तो गौरव ने कहा था कि अगर कोई किसी की मदद करता है और उस पर इस तरह के आरोप लगते हैं, तो वो आगे किसी की भी मदद करने से पहले कई बार सोचेगा, ये विवाद जैसे-जैसे आगे बढा, वैसे-वैसे कांता प्रसाद के रेस्तरां में लोगों ने आना कम कर दिया, आज हालात इतने बिगड़े कि कांता प्रसाद को वापस सड़क पर ढाबे की दुकान लगानी पड़ रही है।