मैदा आंतों के लिए कितना खतरनाक? खाने से पहले जरूर जान लें इसके साइड इफेक्ट्स
मैदा खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं है, ये कहते सब हैं लेकिन क्यों खराब है इसका कारण नहीं बताते । आगे पढ़ें, और जाने मैदा खाना आपको कितना नुकसान पहुंचा रहा है ।
New Delhi, Jul 09: पिज्जा, बर्गर, पास्ता, नूडल्स, कुकीज, ब्रेड, क्रैकर्स और भी ना जाने क्या-क्या । अगर आप और आपके बच्चे इन चीजों के शौकीन हैं तो ये जानकारी जरूर पढ़ें । जानें, जिस मैदे से इन्हें तैयार किया जा रहा है वो आपके शरीर को कितना नुकसान पहुंचा रही हैं । आटे का ही रिफाइन रूप है मैदा । यानी, मैदा तैयार करने के लिए आटे को कई बार पीसा जाता है, जब तक वो बारीक और महीन ना हो जाए । लेकिन इतना महीन पिसने के बाद आटे के पोष्क तत्व खत्म हो जाते हैं, आटा जहां सेहत के लिए अचछा माना जाता है वहीं मैदा बहुत ज्यादा नुकसान ।
अमेरिका में हुआ सर्वे, बहुत बुरा असर दिखा
अमेरिका में ज्यादातर लोग मैदे की बनी चीजें ही खाते हैं । ऐसे में वहां हुआ एक हालिया सर्वे चिंताजनक स्वास्थ हालात बयां कर रहा है । बोस्टन में बच्चों के अस्पताल के न्यू बैलेंस फाउंडेशन मोटापा निवारण केंद्र के निदेशक डेविड लुडविग के हवाले से आई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिका के लोग ज्यादा मात्रा में ट्रांस फैट कंज्यूम करते हैं जिसमें रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट, रिफाइंड ग्रेन प्रोडक्ट्स आदि शामिल हैं । जिसका अमरीकियों की डायट पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है । मैदा खाने से शरीर पर कया साइड इफेक्ट होते हैं, आगे पढ़ें ।
शरीर में सूजन
अनाज युक्त आहार खाने से शरीर में सूजन आ सकती है, इसमें ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है । खून में ग्लूकोज का निर्माण होता है, जिसमें ये खुद को आस-पास के प्रोटीन से जोड़ लेता है । इस प्रक्रिया को ग्लाइकेशन कहते हैं । ये एक प्रो-इंफ्लेमेटरी प्रोसेस है, जो गठिया के साथ हृदय रोग समेत कई सूजन संबंधी बीमारियों का कारण बनती है ।
मेटाबॉलिज्म
खाद्स पदार्थों पर हुई रिसर्च के मुताबिक जब आप उच्च मात्रा के ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली चीजों का सेवन करते हैं तो शरीर के पोषक तत्व वसा में बदल जाते हैं । यानी, मैदे से बनी खाने की चीजें वसा जलने की प्रकिया को धीमा करती हैं, शरीर में फैट जमा होने लगता है । इससे आपका मेटाबॉलिज्म रेट धीमा हो जाता है और शरीर का वजन बढ़ने लगता है ।
एसिड-एल्कलाइन असंतुलन
शरीर का स्वस्थ पीएच लेव 7.4 होता है, डाइट में एसिडिक खाद्य पदार्थ ज्यादा होने पर शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है । ऐसी स्थिति में हड्डियां कमजोर हो जाती हैं । चूकिं अनाज एसिडिक फूड है, ऐसे में खाने में मैदे का ज्यादा इस्तेमाल हड्डियों को नुकसान पहुंचा सकता है ।
ब्लड शुगर
गेहूं से बने पदार्थ आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं, दरअसल गेहूं के आटे से बनी खाने की चीजें शरीर के लिए हानिकारक हैं । गेहूं में मौजूद कार्बोहाइड्रेट जिसे एमाइलोपेक्टिन A कहा जाता है, ये शरीर में ज्यादा आसानी से ब्लड शुगर में परिवर्तित हो जाता है । ऐसे में ब्रेड की सिर्फ दो स्लाइस शरीर में ब्लड शुगर के लेवल को 6 चम्मच चीनी या कई कैंडी बार से ज्यादा बढ़ा सकते हैं ।
आंत को नुकसान
रिसर्च में बताया गया है कि अनाज में पाया जाने वाला लेक्टिन आंत की परत में सूजन का कारण बनता है । जब आप मैदा खाते हैं, तो ये 80% लेस फाइबर का कारण बनता है, इसी वजह से कार्बोहाइड्रेट तेजी से रिलीज होने लगते हैं । फाइबर के बिना, शरीर आंत की गंदगी को साफ कर बॉडी डिटॉक्स नहीं कर पाता ।
फूड एलर्जी का करण
गेहूं में पाया जाने वाला ग्लूटन नामक प्रोटीन, आटे को लचीला बनाने का काम करता है । ये रोटी को नरम बनाने में मदद करता है, लेकिन ये ग्लूटन कई फूड एलर्जी का कारण बनता है । गेहूं में अब पहले से कहीं ज्यादा ग्लूटेन पाया जाने लगा है, ऐसे में ग्लूटन एलर्जिक्स के लिए ये बहुत नुकसानदायक है ।