गुड न्यूज: भारत में 12 से 18 साल के बच्चों को लगेगा कोरोना का टीका, इस महीने से शुरुआत
भारत में जल्द ही बच्चों को कोरोना वायरस से बचाने का टीका देने की तैयारी है, 12 से 18 साल की आयु वर्ग के बच्चों को भी वैक्सीन लग सकेगा ।
New Delhi, Jul 12: कोविड-19 की तीसरी लहर के गंभीर खतरे को देखते हुए सरकार ब्रेस्टफीडिंग मदर, प्रेग्नेंट महिलाओं के बाद अब बच्चों के टीकाकरण की योजना पर काम कर रही है । इसके तहत पहले चरण में 12 साल तक और दूसरे चरण में 12 से 18 साल के बच्चों को टीका दिया जाएगा। योजना को शुरू करने के लिए अभी सरकार जाइडस कैडिला की डीएनए वैक्सीन पर एसईसी की सिफारिशों का इंतजार कर रही है।
जजाइडस कैडिला ने बच्चों पर किए हैं ट्रायल
जाइडस कैडिला की वैक्सीन टेस्टिंग में 12 साल तक के बच्चे शामिल किए गए थे। इसलिए वैक्सीन को यदि आपात इस्तेमाल की अनुमति मिलती है तो वयस्कों के साथ 12 साल तक वाले बच्चों को वैक्सीन लगेगी । यह पहला चरण होगा जोकि इसी महीने से शुरू होकर सितंबर माह तक चलेगा। वहीं सितंबर तक कोवैक्सीन का परीक्षण भी पूरा हो जाएगा, जोकि 2 से 18 साल तक की आयु वर्ग के बच्चों पर किया जा रहा है । इसके परिणाम आने के बाद सितंबर-अक्टूबर महीने में 12 साल से कम आयु वालों को भी टीकाकरण में शामिल कर लिया जाएगा।
बच्चों की आबादी 30 करोड़ से अधिक
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकडों के अनुसार देश में 18 वर्ष या उससे अधिक आयु वालों की कुल आबादी 94 करोड़ से अधिक है । वहीं, 18 वर्ष से कम आयु वालों की आबादी करीब 30 से 32 करोड़ के आसपास है । ऐसे में उम्मीद है कि इन दो वैक्सीन के साथ बच्चों का टीकाकरण शुरू करने से फायदा होगा, भारत इस क्षेत्र में अनुभवी है, इसका असर कोरोना टीकाकरण पर सकारात्मक रहेगा।
वैक्सीन का उत्पादन शुरू
आपात इस्तेमाल की अनुमति मिले इससे पहले ही जाइडस कैडिला ने वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर दिया है । कंपनी की ओर से सरकार को जानकारी दी गई है कि उनके पास अगले तीन महीने में तीन से चार करोड़ खुराक उपलब्ध कराने की क्षमता है । वहीं, महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान और गुजरात सहित कई राज्य वैक्सीन की कमी का सामना कर रहे हैं। रविवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक राज्यों को 11 लाख से अधिक खुराक भेजी गई है । हालांकि देश में टीकारकण की रफ्तार बहुत धीमी हो गई है ।