25 जुलाई से शुरू हो रहा है सावन मास, जानें भोलेनाथ की पूजा में क्या चढ़ाएं क्या नहीं

सावन का महीना इस बार 25 जुलाई से शुरू हो रहा है, इस पावन मास में भगवान शिव की पूजा करने से सौभाग्‍य और मनोकामना की प्राप्ति होती है । आगे जानें भगवान की पूजा में क्या चीजें अर्पित करनी चाहिए और क्या नहीं।

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New Delhi, Jul 22: आषाढ़ मास के बाद सावन के महीने की शुरुआत होती है । इस वर्ष 25 जुलाई से सावन मास की शुरुआत हो रही है । सावन का महीना भगवान भोलेनाथ का माह कहलाता है, इस महीने भगवान शिव के सोमवार के व्रत रखने से उनकी पूजा आराधना नियम पूर्वक करने से भक्‍तों को मनचाही इच्‍छा की प्राप्ति होती है । लेकिन भगवान शिव की पूजा में कुछ बातों का बहुत ध्‍यान रखना आवश्‍यक होता है । इस पूजा में कई चीजें वर्जित होती हैं ।

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जलाभिषेक की परंपरा
सावन मास में प्रत्‍योक सोमवार को भगवान शिव का जलाभिषेक करने से भक्‍तों के सारे कष्‍ट कट सकते हैं । जो भक्‍त व्रत नहीं रख सकते, पूजा कर्म करने में असक्षम है वे भी यदि स्‍वच्‍छ होकर सोमवार को भगवान शिव का जलाभिषेक करें तो उनकी मनोकामना पूर्ण होगी । जलाभिषेक के अलावा भक्‍त कया अर्पित करें ये आगे पढ़ें ।

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ये चीजें चढ़ाएं
भगवान शंकर को दूध अत्‍यंत प्रिय है, इसलिए उनकी पूजा में दूध का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए । सावन के महीने में शिवलिंग का दूध से अभिषेक किया जाना उत्‍तम होता है । सावन में दूध से रुद्राभिषेक भी किया जाता है. इससे भक्त की मनोकामना पूरी होती है । इसके साथ ही सावन के महीने में महादेव को धतूरा, बेलपत्र, भांग, इत्र, चंदन, केसर, अक्षत, शक्कर, गंगाजल, शहद, दही, घी, गन्ने का रस और फूल आदि अर्पित करना भी बहुत शुभ माना गया है । इन चीजों को चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होकर भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं । भगवान शंकर को आक के लाल और सफेद पुष्प बहुत प्रिय हैं, इस लिए पूजा करते समय ये फूल जरूर अर्पित करें ।

ये चीजें हैं वर्जित
भगवान शिव को रोली या कुमकुम नहीं लगाना चाहिए, इससे भगवान शिव कुपित होते हैं । इसके साथ ही महादेव को केवड़े और केतकी का फूल नहीं चढ़ाना चाहिए । शंख को शुभ माना गया है लेकिन महादेव की पूजा में शंख वर्जित माना जाता है । हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, शिव जी की आराधना के समय नारियल या नारियल के पानी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए । भगवान शिव की पूजा करते समय भूलकर भी तुलसी दल नहीं चढ़ाना चाहिए, तुलसी भगवान विष्‍णु की प्रिया हैं । भगवान शिव की पूजा के दौरान हल्दी नहीं चढ़ानी चाहिए।