पूर्व मंत्री की पिता समेत ढाई अरब की संपत्ति जब्त, कभी 1200 रुपये की करता था नौकरी
महज कुछ सौ रुपए से करियर की शुरुआत करने वाले अजमत अली ने 33 सालों में अरबों की संपत्ति कैसे जुटा ली । पूर्व मंत्री के पिता सवालों के घेरे में हैं ।
New Delhi, 28 Jul: 3 दशक पहले महज 1200 रुपये नौकरी की शुरुआत करने वाले अजमत अली आज अकूत संपत्ति के मालिक हैं । लखनऊ में इस नाम की जमकर चर्चा हो रही है । ये नाम है यूपी सरकार में पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री इकबाल अली के पिता का । लखनऊ के मड़ियांव स्थित करियर मेडिकल कॉलेज के मालिक अजमत अली और उनके बेटे इकबाल की करीब 2.54 अरब की चल-अचल संपत्ति अब जब्त की जाएगी। लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने सोमवार को आदेश जारी किए हैं ।
अवैध कब्जा, हेरा-फेरी का आरोप
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने माले में जानकारी देते हुए बताया कि चार जुलाई 2020 को इंस्पेक्टर विपिन कुमार सिंह ने अजमत अली और उनके बेटे इकबाल के खिलाफ यूपी गैंगस्टर ऐक्ट के तहत केस दर्ज करवाया था। इन दोनों पर अवैध रूप से सरकारी जमीनों पर कब्जा करने, करोड़ों रुपये की हेराफेरी करने का आरोप लगा था। इसी केस में कार्रवाई करते हुए पुलिस कमिश्नर ने गैंगस्टर एक्ट के तहत अजमत और इकबाल की 2 अरब 54 करोड़ 45 लाख 2 हजार 951 रुपये की चल-अचल संपत्ति जब्त करने के आदेश दिए हैं ।
तीन दशक का अवैध कारोबार, ये संपत्ति होगी अटैच
कार्रवाई की जद में पूर्व मंत्री और उसके पिता की ये संपत्तियां जब्त होंगी – करियर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस ऐंड हॉस्पिटल (एकेडमिक ब्लॉक, हॉस्पिटल ब्लॉक/कैंपस), एमबीबीएस बॉयज हॉस्टल, करियर पीजी इंस्टिट्यूट ऑफ डेंटल साइंस ऐंड हॉस्पिटल (डेंटल कॉलेज/डेंटल हॉस्पिटल/नर्सिंग कॉलेज/स्टेडियम/इंटर्न ब्यॉज हॉस्टल/कैंपस), बीडीएस गर्ल्स हॉस्टल, बीडीएस बॉयज हॉस्टल, एमबीबीएस गर्ल्स हॉस्टल, नर्सेस हॉस्टल, डॉक्टर रेजिडेंस हॉस्टल, इंटर्न पीजी गर्ल्स हॉस्टल, कैंटीन/मेस, डेंटल कॉलेज परिसर में एसटीपी, ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्र मुतक्कीपुर, दो मंजिला अधूरा निर्माण, करियर कॉन्वेंट कॉलेज विकासनगर, अर्द्धनिर्मित दो मंजिला ढांचा (घैला स्थित), अलीनगर स्थित जमीन, चार बैंकों में जमा 77,35,530 रुपये, बस, क्वालिस, इनोवा, फॉर्च्यूनर और एक ऑडी कार।
महज 1200 की नौकरी से की थी शुरुआत
ढाई अरब की संपत्ति का मालिक अजमत अली एक बेहद सामान्य परिवार से संबंध रखता है । बताया जाता है कि 1988 में उसने महज 1200 रुपये प्रतिमाह के वेतन पर एक छोटी से नौकरी शुरुआत की थी, इसके बाद शिवपुरी इलाके में एक छोटा सा स्कूल खोला । साल 1995 में करियर कॉन्वेंट एजुकेशनल ऐंड चैरिटेबिल ट्रस्ट का गठन किया। इसके बाद से इस ट्रस्ट की आड़ में अलग-टलग जगहों में जमीन कब्जा कर रुपये कमाने शुरू किए। 1998 से 2000 के बीच उसने करियर कॉन्वेंट कॉलेज की स्थापना की। इसके बाद सरकारी जमीन पर कब्जा करके 2007 में करियर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस और हॉस्पिटल बना डाला । पुलिस ने बताया कि अजमत अली के खिलाफ मड़ियांव कोतवाली में आठ और उसके बेटे इकबाल के खिलाफ तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।