मैरीकॉम के साथ क्या धोखा हुआ? वो जीत का जश्न मना रही थीं, जज के फैसले से भड़कीं

टोक्‍यों ओलंपिक में पदक की दावेदार मैरीकॉम अपने कोलंबियाई प्रतिद्वंद्वी से हार गईं । लेकिन जजों के फैसले से मैरीकॉम असहमत रहीं, ये निर्णय स्प्लिट डिजीजन से किया गया था ।

New Delhi, Jul 30: दिग्गज मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम का सपना टूट गया, टोक्यो ओलंपिक 2020 में महिला फ्लाइवेट प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हर से वो टूट गईं । लेकिन इस मैच का नतीजा विवादों में है, खुद मैरीकॉम भी इससे संतुष्‍ट नहीं । वो मैच के अंतिम निर्णय से नाराज हैं । बेहद करीबी संघर्ष के बाद हारने के साथ ही उनका ओलंपिक में पदक जीतने का सपना हमेशा के लिए टूट गया । मैरी कड़े मुकाबले में कोलंबियाई खिलाड़ी इंग्रिट वालेंसिया से हार गईं, उन्‍होंने कहा कि जजों का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण रहा ।

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क्‍या, मैरी कॉम के साथ हुआ अन्याय?
दरअसल, गुरुवार को हुए मैच में मैरीकॉम ने रिंग में विजेता की घोषणा से Marykom tokyo olympic (3) ठीक पहले अपना हाथ ऊपर उठा लिया था, इससे पहले कि इंग्रिट को विजेता घोषित किया जाता । ये निर्णय स्प्लिट डिजीजन से किया गया था । यहां 3 जजों ने इंग्रिट के पक्ष में फैसला सुनाया, जबकि दो जज भारतीय मुक्केबाज के साथ में थे । इसी वजह से मैरी खुद को विजेता ही मान रही थी, उनका कहना था कि मैच के बाद उन्हें लगा कि मुकाबला जीत गई हैं ।

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मीडिया से क्‍या बोलीं मैरी कॉम ?
मैरी कॉम ने ओलंपिक आयोजन पर भी सवाल उठाए, उन्‍होंने कहा कि ये सबसे खराब ओलंपिक है । उन्होंने पहले भी कई टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है, लेकिन इस बार जो हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण है । बातचीत करते Marykom tokyo olympic (2)हुए मैरी की आंखें नम थीं और वे काफी भावुक भी नजर आ रहीं थीं । मैरी ज्‍यादा कुछ नहीं बोल पाईं, लेकिन ये स्‍पष्‍ट दिख रहा था कि उन्‍होंने ओलपिंक से अपनी ऐसी विदाई बिलकुल भी नहीं सोची थी । मैरी कॉम ने निराशा जाहिर करते हुए अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं । उन्होंने कहा है कि वो इस फैसले को बिल्कुल भी नहीं समझ पा रही हैं, पता नहीं क्या गड़बड़ है।

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दुनिया ने देखा सच
आज तक से बात करते हुए मैरीकॉम ने बताया कि उन्हें लंबे समय तक इस बात का अहसास ही नहीं हुआ कि वे हार गईं, वे खुद को बतौर विजेता ही देख रही थीं । वो बताती हैं कि रिंग के अंदर मैं खुश थी, मैच Marykom tokyo olympic (4)खत्म होने के बाद भी दुखी नहीं थी । मैं अपने दिमाग में जानती थी कि ये मैच जीत लिया गया है । लेकिन जब सोशल मीडिया और अपने कोच को देखा, तब अहसास हुआ कि मैच मैं गंवा चुकी हूं। मैरी को इस बात का भी दुख है कि वे इस फैसले को चुनौती नहीं दे सकतीं, लेकिन उन्होंने कहा कि दुनिया ने सच देखा होगा ।